जम्मू को रेल डिवीजन बनाने का इंतजार हुआ समाप्त

जम्मू,, 16 नवंबर (हि.स.)। आखिरकार 12 साल के लंबे इंतजार के बाद जम्मू को रेलवे डिवीजन का तोहफा मिलने जा रहा है। क्योंकि 24 फरवरी 2012 को तत्कालीन केंद्र सरकार ने जम्मू में रेल डिवीजन बनाने की घोषणा की थी। लेकिन उसके बाद इस पर कुछ भी नहीं किया गया लेकिन अब रेल मंत्रालय ने जम्मू में रेलवे डिवीजन की स्थापना के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। इससे करीब 12 हजार रेलवे कर्मचारियों को लाभ मिलेगा। कश्मीर के लिए सीधी ट्रेन सुविधा शुरू होने से पहले ही जम्मू में रेलवे डिवीजन की स्थापना और कामकाज की प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा हुई है। केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने एक्स पर एक ट्वीट में इसकी जानकारी दी है। आपकों बता दें कि जनवरी तक कन्याकुमारी से कश्मीर सीधा रेल मार्ग से जुड़ जाएगा। जम्मू-कश्मीर में तेजी से बढ़े रेलवे ढांचे को देखते हुए जम्मू रेल डिवीजन का होना जरूरी हो गया था। इसके लिए खाका काफी पहले ही तैयार हो गया था, लेकिन मंजूरी नहीं मिल पा रही थी। अब केंद्रीय रेल मंत्री ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दी है। प्रस्तावित खाके में नए रेल डिवीजन का मुख्यालय जम्मू में होगा। फिलहाल फिरोजपुर रेल डिवीजन ही जम्मू कष्मीर में रेलवे का परिचालन देख रहा है जो कि देश का सबसे बड़ा रेलवे डिवीजन भी है। इसमें पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के 1800 किमी लंबे रेलवे ट्रैक पर परिचालन होता है। इस मंडल में 239 छोटे एवं बड़े रेलवे स्टेशन आते हैं। जम्मू में नए रेलवे डिवीजन बनने से दस से 12 हजार कर्मचारियों को लाभ मिलेगा। वर्तमान में जम्मू संभाग के ढाई हजार, जबकि कश्मीर संभाग में करीब चार हजार रेलकर्मी काम कर रहे हैं। हिमाचल प्रदेश में तैनात कर्मियों की संख्या भी करीब तीन हजार है। इन सभी रेलवे कर्मियों को छोटे से काम के लिए फिरोजपुर के चक्कर काटने पड़ते हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / अश्वनी गुप्ता

   

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