माता शीतला जी का दर्शन करने से पूरी होती हैं भक्तों की मुराद
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- Mar 30, 2025

जौनपुर, 30 मार्च (हि.स.)। पूर्वाचंल के लोगों के लिए आस्था का केन्द्र मां शीतला धाम चौकियां में चैत्र नवरात्रि के प्रथम दिन रविवार सुबह से ही भक्तों का दर्शन पूजन के लिया तांता लगा हुआ है।
धाम में श्रद्वालु मत्था टेक कर अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए मां के दरबार में कढ़ाई चढ़ाते हैं और अपने बच्चों का मुडंन संस्कार भी कराते हैं। दरबार में आने वाले श्रद्धालुओं का मानना है कि मां का दर्शन करने से सारे कष्टों का निवारण होता है। जिले के अलावा आसपास प्रयागराज, वाराणसी, आजमगढ़, गोरखपुर, मऊ, लखनऊ, चंदौली और विदेश में बसे लोग भी माता का दर्शन करने आते हैं।
मां शीतला चौकियां दरबार में नवरात्रि में भक्तों का डतांता लगा रहता है। इन दिनों विशेष रूप से श्रद्वालु अपनी मन्नतें पूरी करने के लिये मां के दरबार में दर्शन पूजन कर मनोकामनाएं मांगते हैं। यहां कढ़ाई और बच्चों के मुंडन की सैकड़ों साल पुरानी परंपरा है। लोगों का ऐसा अटूट विश्वास है कि किसी भी तीर्थ कि शुरूआत माता के दर्शन के बिना पूरी नहीं होती है। पूर्वांचल के लोग पहले माता शीतला का दर्शन पूजन करने बाद ही माता विंध्यवासिनी के दर्शन करने के लिए जाते हैं।
इस मंदिर की महीमा यहीं नहीं समाप्त नहीं होती। मंदिर के पुजारी विनय पंडा ने बताया कि मंदिर परिसर में स्थित तालाब में स्नान करके मां का दर्शन करने से चेचक व कुष्ट रोगों से छुटकारा मिलता है। वहीं चैत्र नवरात्रि के पहले दिन मां शीतला मंदिर में दर्शन करने पहुंचे चित्रकूट मंडल के पूर्व मंडलायुक्त दिनेश कुमार सिंह ने भी माता का दर्शन किया। उन्होंने कहा कि ये हमारी आस्था है कि हम लखनऊ से हमेशा दर्शन करने आते हैं। जब मैं यहां जिलाधिकारी था तब मुझे मां की महिमा के बारे में पता चला। तब से हम लगातार अपनी हाजिरी माता के दरबार में लगा रहे हैं। नवरात्र का पर्व मां के विभिन्न स्वरूपों की पूजा और उनके आशीर्वाद पाने का समय होता है, इसीलिये लोग पूरे विश्वास के साथ मंदिर में नौ दिनों में मां की पूजा करते हैं।____________
हिन्दुस्थान समाचार / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव