सरवंश दानी गुरु गोविंदसिंह जैसा इतिहास में कोई उदाहरण नहीं : सुलेजा

हरिद्वार, 12 जनवरी (हि.स.)। बीएचईएल स्थित श्री गुरु नानक दरबार गुरुद्वारे में दसवें गुरु गुरु गोबिंद सिंह की जयंती की उपलक्ष्य में प्रकाश पर्व मनाया गया। गुरुद्वारे में विशेष दीवान सजाया गया, जहां सैकड़ों की संख्या में संगत ने पहुंचकर श्री गुरु ग्रन्थ साहिब के आगे माथा टेका। रागी जत्थे के भाई इंदरजीत सिंह पटियाला वाले व हजूरी रागी भाई गुरप्रीत सिंह ने कीर्तन सुनाकर संगत को निहाल किया।

इस अवसर पर प्रधान सुदीप सिंह सुलेजा ने बताया कि 5 जनवरी से 10 जनवरी तक प्रभात फेरी निकाली गई। 10 जनवरी से 12 जनवरी तक अखंड पाठ रखे गए, निशान साहिब झुलाए गए। उन्होंने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह को सरबंश दानी कहा जाता है। क्योंकि देश और कौम के लिए उनका पूरा परिवार बलिदान हो गया। ऐसा इतिहास में कोई दूसरा उदाहरण नहीं मिलता। उन्होंने खालसा पंथ की स्थापना की और जुल्म के खिलाफ लड़ना सिखाया।

इस अवसर पर उज्जल सिंह, गुरप्रीत सिंह, संजय सिंह, अनुपम जग्गा, हरभजन सिंह, बलदेव सिंह, अमरदीप सिंह, निर्मल सिंह, अमरजीत सिंह, अमरपाल सिंह, सिमरन कौर, गुरलीन मनचंदा, कुलवंत कौर, परमिंदर सिंह, सरबजीत सिंह, महेश प्रताप राणा, वरुण बालियान, राजीव शर्मा आदि सैकड़ों श्रद्धालुगण उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

   

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