भाषा के नाम पर न हो बांटने का काम, शासन जोड़ने का काम करे : मंच

रांची, 29 जून (हि.स.)। अखिल भारतीय भोजपुरी मगही मैथिली अंगिका मंच की बैठक हरमू पटेल पार्क के समीप आवासीय कार्यालय में रविवार काे हुई। बैठक की अध्यक्षता मंच के अध्यक्ष कैलाश यादव ने किया और संचालन कार्यकारी अध्यक्ष अमरनाथ झा ने किया।

बैठक के दौरान सभी लोगों ने निर्णय लिया कि संगठन की मजबूती के लिए जिला स्तर और प्रदेश स्तर पर क्षेत्रवार जनजागरण अभियान चलाया जाएगा और कमिटी को पूर्ण रूप दिया जाएगा।

बैठक में मंच की ओर से सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि भोजपुरी, मगही, मैथिली, अंगिका और भूमिज भाषा को नियोजन नीति में समाहित कर क्षेत्रीय भाषा में शामिल किया जाना चाहिए।

बैठक में कैलाश यादव ने कहा कि राज्य सरकार में शामिल कुछ राजनेता और अधिकारी भोजपुरी मगही, मैथिली, अंगिका और भूमिज भाषा के साथ सौतेला व्यवहार करने का गलत मार्गदर्शन किया करते हैं जो जनहित के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि शासन को जोड़ने का काम करना चाहिए न कि शासन बांटने का काम करे। ताकि सामाजिक समरसता नहीं बिगड़े।

यादव ने कहा कि मंच जिला और प्रदेश स्तर पर व्यापक रूप में कार्य करेगा। इसके लिए क्षेत्रवार प्रभारी बनाने का निर्णय लिया गया। कमिटी का पूर्ण रूप विस्तार देने के लिए आगामी 13 जुलाई को हटिया में बैठक किया जाएगा।

वही बैठक का संचालन कर रहे अमरनाथ झा ने कहा कि शहर के विभिन्न क्षेत्रों में हम सभी लोगों को जोड़ने का काम कर रहे हैं। यह विषय भाषाई अस्मिता से जुड़ा हुआ है। इसलिए सरकार पर दबाव बनाने के लिए एकजुटता जरूरी है।

तीन प्रस्ताव पारित

बैठक में तीन प्रस्ताव पारित किया गया। इसमें 31 अगस्त को रांची में सम्मेलन करने, प्रदेश स्तर संगठन का विस्तार करने और जिलावार एवं प्रदेश स्तर पर बैठक करने तथा क्षेत्रवार प्रभारी बनाना शामिल है।

बैठक में ब्रजकिशोर झा, बबन यादव, रुद्रकांत मिश्रा, रामकुमार यादव, रामपुकार राय, सुनील पांडेय, उमेश राय सहित अन्य मौजूद थे।

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हिन्दुस्थान समाचार / Vinod Pathak

   

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