
गाजियाबाद, 02 अप्रैल (हि.स.)। थाना साइबर क्राइम ने बुधवार को रियल 11 गेमिंग मोबाइल एप के पेमेन्ट गेट—वे को हैक कर 1.01 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने वाले तीन ठगों को गिरफ्तार किया है। इनमे दो आरोपित पिता-पुत्र हैं। इनके कब्जे से चेक बुक, पासबुक, एटीएम व मोबाइल फोन बरामद किये गये। आरोपितों के 25 लाख रुपये फ्रीज कराये गए।
एडीसीपी पीयूष सिंह ने पत्रकारों को बताया कि अमित यादव के साथ उनकी कम्पनी के रियल 11 गेमिंग मोबाइल एप पेमेन्ट गेट-वे को साइबर अपराधियों ने हैक कर लिया। अपराधियों ने यूजर आईडी वालेट बनाकर उसमें कुछ पैसे जमा कर गेमिंग एप के पेमेन्ट गेटवे को हैक कर पैसे जमा किया। इसके बाद जमा किए गए धनराशि से अधिक धनराशि वालेट में जमा दिखाकर अपने वालेट से रिफंड के रूप में विभिन्न खातों में कुल 1,01,14,095 रुपये निकालकर साइबर फ्रॉड की घटना को अंजाम दिया।
इस सम्बंध में अमित यादव ने 27 नवम्बर 2024 को थाना साइबर क्राइम में मुकदमा दर्ज कराया। कार्रवाई करते हुए साइबर टीम ने अन्तरराज्यीय गिरोह के सदस्य बाराबंकी के फतेहपुर निवासी देशराज, अभिषेक कुमार और आकाश को विजय नगर से गिरफ्तार किया है। देशराज ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उनका बेटा रजनीश पिछले काफी समय से तमिलनाडू में तो दूसरा बेटा आनन्द झारखण्ड में रह रहा है। दोनों कुछ लोगों के साथ मिलकर गेमिंग एप को हैक कर धोखाधड़ी की घटना को अंजाम दे रहे थे।
बेटों के कहने पर मैंने अपने गांव के अन्य लोगों को जोड़ा। बैंक में खाते खुलवाकर तथा अपने-अपने मोबाइल नम्बरों से रियल 11 गेमिंग मोबाइल एप में यूजर आईडी बनाकर गेमिंग एप के वालेट में कुछ पैसे जमा करते थे। इसके बाद बेटे अपने साथियों के साथ मिलकर गेमिंग एप के प्लेटफार्म पेमेन्ट गेट-वे सॉफ्टवेयर में एपीआईके माध्यम से एप को हैक कर वालेट में जमा की गई धनराशि को कई गुना बढ़ा कर वालेट से धनराशि को लिंक बैंक खातों में निकाल लेते थे। इस प्रकार रिफण्ड के रूप में साइबर धोखाधड़ी कर 20 बैंक खातों में कुल 1,01,14,095 रुपये प्राप्त किये हैं।
घटना के पैसे देशराज के बैंक खाते से एटीएम से निकालते हुए सीसीटीवी फुटेज में पैसे निकालने वाले की शिनाख्त देशराज के के रूप में हुई है। आनन्द वर्तमान में थाना शहर पलामू झारखंड के मुकदमे में जेल में बन्द है। अभियुक्त रजनीश की तलाश की जा रही है।
हिन्दुस्थान समाचार / फरमान अली