जम्मू में छात्र शहीदों के सम्मान में तीन दिवसीय उपवास का समापन, शैक्षिक सुधारों की वकालत की

जम्मू में छात्र शहीदों के सम्मान में तीन दिवसीय उपवास का समापन, शैक्षिक सुधारों की वकालत कीजम्मू में छात्र शहीदों के सम्मान में तीन दिवसीय उपवास का समापन, शैक्षिक सुधारों की वकालत कीजम्मू में छात्र शहीदों के सम्मान में तीन दिवसीय उपवास का समापन, शैक्षिक सुधारों की वकालत की

जम्मू, 18 अक्टूबर (हि.स.)। जम्मू में उच्च शिक्षा संस्थानों की स्थापना के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले बहादुर छात्रों को भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए जम्मू संयुक्त छात्र संघ (जेजेएसएफ) ने 16 से 18 अक्टूबर तक जीजीएम साइंस कॉलेज के शहीदी स्थल पर तीन दिवसीय उपवास रखा। इस पवित्र कार्यक्रम में उन शहीदों को याद किया गया जिनके बलिदान के कारण जम्मू विश्वविद्यालय, सरकारी मेडिकल कॉलेज और शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय आदि की स्थापना हुई जो जम्मू से कश्मीर में कृषि विश्वविद्यालय के स्थानांतरण के खिलाफ उनके विरोध के बाद हुआ था।

उपवास का समापन जम्मू पूर्व निर्वाचन क्षेत्र के विधायक युद्धवीर सेठी की उपस्थिति में शहीदों के आशीर्वाद और सम्मान के लिए हवन यज्ञ के साथ हुआ। वह इस मौके पर मुख्य अतिथि थे। उनके साथ जेजेएसएफ के प्रदेश अध्यक्ष पुशविंदर सिंह, जीजीएम साइंस कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. रोमेश गुप्ता और एमएएम कॉलेज जम्मू के प्रिंसिपल प्रो. बी. बी. आनंद भी शामिल हुए जिन्होंने कार्यक्रम में भाग लेने वाले छात्रों को जूस पिलाकर अनशन तुड़वाया।

अपने संबोधन में युद्धवीर सेठी ने छात्रों और जेजेएसएफ कार्यकर्ताओं के समर्पण की सराहना की और कहा कहा इन बहादुर आत्माओं द्वारा किए गए बलिदान ने आज हम जिन शैक्षणिक संस्थानों को देखते हैं उनकी नींव रखी है। सेठी ने आगे जम्मू में उच्च शिक्षा के विकास में इन छात्रों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। वहीं जेजेएसएफ के महासचिव केशव शर्मा ने इस अवसर पर शहीदी स्थल की खराब स्थिति और जीजीएम साइंस कॉलेज में महिला और सार्वजनिक शौचालय जैसी आवश्यक सुविधाओं की कमी सहित ज्वलंत मुद्दों की ओर ध्यान आकर्षित किया। प्रो. गुप्ता ने इन सुविधाओं के लिए स्थान आवंटित करने का वादा किया जबकि युद्धवीर सेठी ने आश्वासन दिया कि इन मांगों को त्वरित कार्रवाई के लिए प्राथमिकता दी जाएगी।

पुष्विंदर सिंह ने छात्र शहीदों की विरासत को कायम रखने के लिए जेजेएसएफ की प्रतिबद्धता की पुष्टि की, इस बात पर जोर दिया कि जम्मू विश्वविद्यालय, सरकारी मेडिकल कॉलेज और एसकेयूएएसटी जैसे संस्थानों की स्थापना उनके संघर्ष का प्रत्यक्ष परिणाम है। उन्होंने युवा पीढ़ी को शैक्षिक सशक्तिकरण और सामाजिक प्रगति के लिए शहीदों के दृष्टिकोण को जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया।

हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा

   

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