राही पर्यटक आवास गृह खुर्जा को पीपीपी मोड पर देकर संचालित करने के लिए एग्रीमेंट

-ऐसे ही अन्य 09 सम्पत्तियों का एग्रीमेंट शीघ्र

लखनऊ, 06 फरवरी (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह की उपस्थिति में आज उनके आवास पर पर्यटन विभाग के राही पर्यटक आवास गृह खुर्जा बुलन्दशहर को पीपीपी मोड पर संचालित करने के लिए एग्रीमेंट किया गया। इसी प्रकार की 09 और सम्पत्तियों के लिए भी शीघ्र समझौता किया जायेगा,जबकि 11 सम्पत्तियां पूर्व में ही पीपीपी मोड पर दी जा चुकी है। इन समझौतों से सकारात्मक परिणाम आयेगा।

एग्रीमेंट के पश्चात मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि पर्यटन के प्रति बढ़ते आकर्षण के कारण उप्र. पर्यटन के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाने जा रहा है। इसको देखते हुए पुराने राही पर्यटक आवासों को पीपीपी मोड पर हस्तान्तरित कर संचालित करने के लिए दिया जा रहा है। अपनी गौरवशाली संस्कृति, ऐतिहासिक एवं पौराणिक महत्व एवं धार्मिक विरासतों तथा समृद्ध प्राकृतिक वन संपदा के चलते पर्यटन के क्षेत्र में निवेश आकर्षित हो रहा है, जिससे रोजगार के अवसर तथा प्रदेश की अर्थव्यवस्था में भी योगदान सम्भव हो रहा है।

जयवीर सिंह ने बताया कि पहले चरण में कैबिनेट से स्वीकृत 11 राही पर्यटक आवास गृहों को पीपीपी मोड पर दिया जा चुका है। द्वितीय चरण में स्वीकृत चार राही पर्यटक आवास गृहों की स्वीकृति मिली थी, जिसमें राही पर्यटक आवास गृह खुर्जा, बुलंदशहर का आज श्री कृष्णा कांट्रैक्टर्स के साथ एग्रीमेंट हुआ है। शेष तीन राही पर्यटक आवास गृह भदोही, राही पर्यटक आवास गृह मुंशीगंज अमेठी तथा राही पर्यटक आवास गृह देवा शरीफ बाराबंकी का शीघ्र एग्रीमेंट होगा।

पर्यटन मंत्री ने बताया कि तृतीय चरण में राही पर्यटक आवास गृह सुमेर सिंह किला (इटावा), राही पर्यटक आवास गृह कपिलवस्तु (सिद्धार्थनगर), राही पर्यटक आवास गृह शिकोहाबाद (फिरोजाबाद), विन्ध्याचल (मीरजापुर), झील महल रेस्टोरेंट (मऊ) व गोपीगंज (भदोही) को पीपीपी पर देने के लिए बुधवार को कैबिनेट ने स्वीकृति दी है। शीघ्र ही इनका भी एग्रीमेंट किया जाएगा। कैबिनेट ने राही पर्यटक आवास गृह बस्ती और वृंदावन की निविदा आमंत्रित करने पर भी अपनी मुहर लगा दी है।

उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि प्राचीन धरोहर भवनों एडाप्टिव रियूज के अंतर्गत 13 इकाइयों को पीपीपी पर देने के लिए कैबिनेट ने स्वीकृति दी है। इसमें बालबेहट फोर्ट ललितपुर, टहरौली फोर्ट झांसी, सीताराम महल कोटवन किला मथुरा, रघुनाथ राव महल झांसी, वजीरगंज की बारादरी गोंडा, आलमबाग भवन लखनऊ, सेनापति महल कुलपहाड़ महोबा, कोठी गुलिस्तान-ए-इरम दर्शन विलास लखनऊ, टिकैत राय बारादरी कानपुर नगर, मस्तानी महल महोबा, भूरागढ़ फोर्ट बांदा, रनगढ़ फोर्ट बांदा और लेक पैलेस तालकोठी चरखारी महोबा शामिल है।

पर्यटन मंत्री ने कहा कि देश में पर्यटन उद्योग का परिदृश्य निरंतर बदल रहा है। उक्त इकाइयों के निर्माण एवं संचालन में प्रशिक्षित/विशेषज्ञ संस्थाओं की आवश्यकता है, जिनका निर्माण एवं संचालन विशेषज्ञ संस्थाओं/निजी निवेशकों द्वारा कराया जाना पर्यटन के दृष्टिकोण से लाभकारी एवं लोकप्रिय होगा। इससे पर्यटन उद्योग से जुड़े हुए व्यवसायियों एवं सेवा प्रदाताओं का आर्थिक उन्नयन होगा। उक्त के दृष्टिगत उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बंद घाटे में चल रहे, असंचालित पर्यटक आवास गृहों को जनोपयोगी बनाने एवं पर्यटकों के सुविधार्थ उच्च स्तरीय सुविधाएं विकसित करने तथा प्रदेश में निजी निवेश को बढ़ावा दिए जाने के उद्देश्य से सार्वजनिक निजी सहभागिता (पीपीपी) मोड पर विकसित व संचालित कराये जाने का निर्णय लिया गया है। इस अवसर पर निदेशक पर्यटन प्रखर मिश्र तथा श्री कृष्णा कान्टैक्टर्स के प्रतिनिधि मौजूद थे।

हिन्दुस्थान समाचार / दिलीप शुक्ला

   

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