सुरक्षित, सुगम एवं सुव्यवस्थित होगी गाजियाबाद की यातायात व्यवस्था

पुलिस ने तैयार की एआई आधारित कार्ययोजना

--एसीपी से लेकर टीआई की संख्या में बढ़ोतरी, दो शिफ्ट दिन और रात्रि में लगेगी ड्यूटी

गाजियाबाद, 4 अगस्त (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले की यातायात व्यवस्था अब सुरक्षित सुगम और सुव्यवस्थित करने के लिए पुलिस एक्टिव माेड में आ गयी है। इसके लिए गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट ने एक विस्तृत कार्य योजना तैयार की है जिसमें पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की संख्या में बढ़ोतरी की गई है। वही संसाधनों में भी इजाफा किया गया है । इस विस्तृत कार्ययोजना की जानकारी अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अपराध एवं कानून व्यवस्था आलोक प्रियदर्शी ने साेमवार को मीडिया के समक्ष दी। उन्होंने दावा किया कि नया प्लान लागू होने से निश्चित तौर पर आम लोगों को यातायात की समस्या से निजात मिलेगी। बेहतर यातायात प्रबंधन एवं एआई आधारित स्वचालित चालान प्रक्रिया को प्रभावी ढंग से लागू करने लिए आईटीएमएस (इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम) क्रियान्वयन करने एवं पुलिस कमिश्नर कार्यालय में कण्ट्रोल रूम स्थापित किया जाएगा है।

प्रियदर्शी ने बताया कि गाजियाबाद को तीन जोन एवं नौ सब जोन में विभाजित किया गया है। प्रत्येक जोन के पर्यवेक्षण के लिए सहायक पुलिस आयुक्त स्तर के तीन अधिकारियों को जोनल प्रभारी के रूप में नियुक्त किया गया है। जबकि प्रत्येक सब जोन में सब जोनल प्रभारी के रूप में यातायात निरीक्षक स्तर के नौ अधिकारियों को नियुक्त किया गया है।

उन्होंने यह भी बताया कि यातायात के घनत्व एवं बढ़ती आवश्यकताओं के दृष्टिगत, यातायात पुलिस बल में कर्मियों की संख्या में भी न केवल बढ़ोतरी की गई है बल्कि दो शिफ्ट दिन व रात्रि में ड्यूटी लगायी जा रही है, जिसमें यातायात निरीक्षक, उपनिरीक्षक, मुख्य आरक्षी व आरक्षी स्तर के अधिकारी लगाए जा रहे हैं।

उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण(एनएचए आई) के सहयोग से कुल 20 स्मार्ट यातायात बूथ निर्माण कराये जाने की कार्यवाही प्रचलित है, एवं यातायात निरीक्षक स्तर के अधिकारियों के कार्यालयों के निर्माण कराये जाने के लिए एनएचएआई,नगर निगम,गाजियाबाद विकास प्राधिकरण से समन्वय स्थापित कर कार्यवाही चल रही है।

उन्होंने बताया कि यातायात नियमों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों, बाजारों एवं सार्वजनिक स्थलों हद स्तर पर अभियान एवं जागरूकता कार्यक्रम चलाये जाएंगे।

यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों के विरुद्ध सख्त एवं प्रभावी प्रवर्तन कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी, ताकि सड़क सुरक्षा एवं अनुशासित यातायात व्यवस्था को बढ़ावा दिया जा सके। इसके साथ ही बार-बार उल्लंघन करने वाले वाहनों का चिन्हीकरण किया जा रहा है, तथा इनके आरसी व डीएल सस्पेंड के लिए संभागीय परिवहन अधिकारी को रिपोर्ट प्रेषित करने की कार्यवाही प्रचलित है।

उन्होंने बताया कि स्कूल,कॉलेज में बिना मानकों के संचालित बसों,वैन,ऑटो,ई -रिक्शा के विरुद्ध प्रभावी चेकिंग अभियान चलाकर इनके विरुद्ध सीज की कार्यवाही के साथ साथ आरसी व डीएल सस्पेंशन की कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।

महिला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, समस्त ऑटो एवं ई-रिक्शा को विभिन्न रूट एवं यूनिक नंबर आवंटित किये जायेंगे, प्रत्येक रूट को अलग अलग कलर प्रदान किया जायेगा। इनका विस्तृत विवरण यातायात कार्यालय में रखा जायेगा।

सड़क दुर्घटनाओं में 50 प्रतिशत कमी लाये जाने के उद्देश्य से तथा आमजनों को सुगम एवं सुरक्षित यातायात व्यवस्था प्रदान कराये जाने के लिए यातायात पुलिस द्वारा एनएचए के सहयोग से निम्न कार्यवाही की जा रही है।

जिसमें दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे पर/ एन0एच0 -09 के सभी अंडरपास एवं प्रवेश/निकास मार्गों पर रिफ्लेक्टिव साइनेज बोर्ड,दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे पर यू0पी0 गेट (दिल्ली बॉर्डर) से डासना तक दोनों ओर लोहे की रेलिंग,

एन0एच0 -09 से बुलंदशहर लाल कुआँ उतार पर नीचे रोड का चौड़ीकरण एवं डिवाइडर को ऊँचा,

दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे एवं एन0एच0 -09 पर अतिरिक्त एम्बुलेंस/पेट्रोलिंग वाहन/रिकवरी वैन आदि की संख्या बढ़ाने ।

एन0एच0 -09 पर स्थित सभी अंडरपास पर विपरीत दिशा में चलने वाले वाहन चालकों के विरुद्ध चलानी कार्यवाही हेतु एएनपी आरकैमरा लगवाने की करवाई चल रही है।

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हिन्दुस्थान समाचार / फरमान अली

   

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