उत्तराखंड : दून में उत्तराखंड राज्य आय व संबंधित अनुमानों पर प्रशिक्षण, देश के आठ राज्यों के अधिकारियों को समझाई बारीकियां

देहरादून, 05 अगस्त (हि.स.)। राज्य आय व संबंधित अनुमानों पर क्षेत्रीय प्रशिक्षण और कार्यशाला का आयोजन सोमवार को जेएसआर होटल में किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ राष्ट्रीय लेखा प्रभाग (एनएडी) भारत सरकार के अपर महानिदेशक संजय व उत्तराखंड शासन के अपर सचिव विजय कुमार जोगदंडे ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कार्यशाला में आठ राज्यों के सांख्यिकीय सेवा से संबंधित अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।

राष्ट्रीय लेखा प्रभाग के अपर महानिदेशक ने राज्य आय अनुमानों के आंकलन के विषय में विषयवार विस्तृत प्रशिक्षण प्रदान किए जाने का उद्देश्य निर्धारित किया। उन्होंने प्रतिभागी राज्यों के अर्थ एवं संख्या निदेशालय के अधिकारियों—कार्मिकों को राज्य व जिला आय के अनुमानों के आंकलन की बारीकियों का अभिज्ञान करने तथा विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा—परिचर्चा के माध्यम से शंका-समाधान करने के लिए प्रेरित किया।

अपर सचिव शासन विजय कुमार जोगदंडे ने राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय तथा तमिलनाडु, हरियाणा, मध्य प्रदेश, असम, पंजाब, मिजोरम, उत्तराखंड तथा केंद्र शासित लद्दाख के अधिकारियों का स्वागत किया। उन्होंने प्रभावी क्षेत्रीय विकास नीतियों को आगे बढ़ाने के लिए राज्य आय अनुमान अनुभाग की ओर से किए जा रहे महत्वपूर्ण कार्य को रेखांकित किया। उन्होंने डाटा संग्रहण और विश्लेषण तकनीक को बेहतर बनाने में ऐसी कार्यशाला की भूमिका पर जोर दिया जिससे नियोजन प्रक्रिया एवं साक्ष्य-आधारित निर्णय लेने में मदद हो। उत्तराखंड राज्य के गठन के समय अर्थव्यवस्था का आकार 14501 करोड़ रुपये था, जो 2023-24 में 346000 करोड़ है। इसी प्रकार प्रति व्यक्ति आय 15285 थी, जो 2023-24 में 2.6 लाख है।

अर्थ एवं संख्या निदेशालय उत्तराखंड के निदेशक सुशील कुमार ने राज्य की क्षमता पर भरोसा करने के लिए केंद्रीय सांख्यिकीय कार्यालय भारत सरकार को धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने बताया कि अर्थ एवं संख्या निदेशालय की ओर से नए आधार वर्ष 2011-12 के अनुसार वर्ष 2021-22 तक के अंतिम, वर्ष 2022-23 के अनंतिम, वर्ष 2023-24 के त्वरित एवं अनुमान तैयार किए जा चुके हैं।

अर्थ एवं संख्या उत्तराखंड के अपर निदेशक पंकज नैथानी ने बताया कि उत्तराखंड राज्य इस प्रकार की चार कार्यशालाएं वर्ष 2004, 2005, 2012 तथा 2016 में सफलतापूर्वक आयोजित कर चुका है। उत्तराखंड ने 1993-94 से 1999-2000, 2004-05 और 2011-12 तक विभिन्न आधार वर्ष श्रृंखलाओं के राज्य घरेलू उत्पाद (एसडीपी) के अनुमान तैयार किए हैं और इन्हें निदेशालय की ओर से नियमित रूप से प्रकाशित किया गया है। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड राज्य में 2004-05 श्रृंखला से जिला घरेलू उत्पाद (डीडीपी) तैयार किए जा रहे हैं। बजट विश्लेषण, स्थानीय निकायों के आर्थिक खाते, बैक सीरीज और सार्वजनिक क्षेत्र के सकल स्थिर पूंजी निर्माण (जीएफसीएफ) के अनुमान तैयार करने में राज्य ने अपनी क्षमता विकसित की है। इस दौरान राष्ट्रीय लेखा प्रभाग की निदेशक अंकिता सिंह, पूजा रानी आदि उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार / कमलेश्वर शरण / वीरेन्द्र सिंह

   

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