किराया बचाने के लिए पत्नी के ई प्रवेश पत्र पर रोडवेज में किया सफर, मामला दर्ज

चित्तौड़गढ़, 28 सितंबर (हि.स.)। प्रदेश में गत वर्षों में पेपर लीक के कई मामले सामने आए और सरकार की किरकिरी भी हुई। ऐसे में प्रतियोगी परीक्षाओं में काफी सख्ती बरती जा रही है। चित्तौड़गढ़ में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया जिसमें सख्ती बरतते हुए कोतवाली पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाया है। इसमें एक युवक अपनी पत्नी को परीक्षा दिलाने के लिए चित्तौड़गढ़ रोडवेज बस में ला रहा था। इसने पत्नी के ई प्रवेश पत्र पर फर्जीवाड़ा किया। मामला सामने आने के बाद मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी ने कोतवाली थाने में प्रकरण दर्ज करवाया है। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि युवक ने किराया बचाने के फेर में ई प्रवेश पत्र पर खुद का फोटो लगा दिया था। पेपर लीक या डमी अभ्यर्थी जैसा मामला सामने नहीं आया है। युवक को पुलिस ने डिटेन किया है।

मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी प्रमोद दशोरा ने कोतवाली थाने में प्रकरण दर्ज करवाया है। इसमें बताया कि प्रदेश में चल रही समान पात्रता परीक्षा के लिए जहां परीक्षा केन्द्रों पर व्यापक बंदोबस्त किये गए वहीं रोडवेज बसों में भी परीक्षार्थियों का किराया माफ था। इसी दौरान उदयपुर से चित्तौड़गढ़ आने वाली रोडवेज बस में एक महिला व एक पुरुष के पास प्रोविजनल ई प्रवेश पत्र में एक ही रोल नम्बर अंकित थे। लेकिन दूसरे प्रवेश पत्र पर पुरूष का फोटो लगा हुआ था। जब इस मामले में रोडवेजकर्मी ने उनसे पूछताछ की और मशीन में नम्बर डालने पर टिकट नहीं बना तो उन्हें थाने ले जाया गया। इस संबंध में महिला परीक्षार्थी ने अपना नाम मीना वीरवाल निवासी आकोला तहसील भूपालसागर होना बताया। उसके ई प्रोविजनल प्रवेश पत्र में महिला का अस्पष्ट फोटो लगा था लेकिन उसके साथी पुरुष यात्री का नाम पूछने पर उसने अपना नाम योगेश पुत्र रोशनलाल खटीक निवासी सरदारगढ़, राजसमंद बताया। इस पर भी वहीं रोल नम्बर 1515859 अंकित था। उस पुरुष का अस्पष्ट फोटो लगा हुआ मिला। पुरुष यात्री ने महिला को अपने स्वयं की पत्नी बताया। इस मामले में जब पूछताछ की तो उसने बताया कि प्रोविजनल प्रवेश पत्र उसने मोबाइल में एप डाउनलोड कर बनाया है और उदयपुर से चित्तौड़गढ़ तक की यात्रा मुफ्त की है। मामले की जानकारी मिलने पर मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी प्रमोद दशोरा कोतवाली थाने पहुंचे और मामले की जानकारी लेकर पुलिस में रिपोर्ट दी है। फर्जी आईडी बनाने और फर्जी ई प्रोविजनल ई प्रवेश पत्र तैयार करने के मामले में योगेश खटीक के खिलाफ रिपोर्ट दी गई। पुलिस ने उसे डिटेन कर लिया है। बताया गया कि परिचालक अभ्यर्थियों के टिकट ई प्रवेश पत्र से बना रहा था। इस दौरान दोनों के एक ही नम्बर देख कर माथा ठनका और पूछताछ की। इसकी जानकारी दूसरे अभ्यर्थियों को मिली तो उन्होंने भी विरोध कर दिया। बस को सीधे कोतवाली थाने ले आए।

पहली बार में 10 फीसदी अनुपस्थित

राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा समान पात्रता परीक्षा (सीईटी) की परीक्षा शुक्रवार से शुरु हुई जो शनिवार तक जारी रही। दोनों ही दिन परीक्षा का आयोजन दो-दो सत्रों में किया गया। चार पारियों में हुई परीक्षा में प्रत्येक पारी में 5 हजार 496 परीक्षार्थी परीक्षा नामांकित थे। पहले दिन हुई दोनों पारियों में 90.13 और 91.19 प्रतिशत परीक्षार्थियों की अनुपस्थिति रही जबकि दूसरे दिन पहली पारी में 5 हजार 496 छात्रों में से 4 हजार 896 छात्रों ने परीक्षा दी जबकि 600 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। जिले में 21 हजार 984 छात्रों को परीक्षा देने के लिए पात्र माना था।

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हिन्दुस्थान समाचार / अखिल

   

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