धनतेरस पर त्रिपुष्कर योग, राशि के अनुसार शॉपिंग से बनेंगे शुभ योग
- Admin Admin
- Oct 29, 2024
जयपुर, 29 अक्टूबर (हि.स.)। दीपावली के त्योहार पर बाजार रोशनी से जगमगा उठे हैं। आज धनतेरस के लिए बाजार में खास तैयारी की गई है। दुकानों और शोरूम को रंग बिरंगी लाइट्स से सजाया गया है, क्योंकि धनतेरस खरीदारी के लिए शुभ मानी जाती है। ये शुभ योग तीन नवंबर तक रहेगा।
धनतेरस पर आज सोने-चांदी के जेवरात, वाहन और बर्तनों की खूब खरीददारी हो रही है।
बाजार में खरीददारी करने आई महिलाओं ने बताया कि धनतेरस पर चांदी, पीतल और तांबे की खरीददारी करना शुभ माना जाता है। सर्राफा व्यापारियों ने बताया कि आज महालक्ष्मी का दिन है। आज के दिन सर्राफा व्यापारियों को अच्छा कारोबार होने की उम्मीद रहती है। इस बार सोने-चांदी के गहनों में कई वैरायटी उपलब्ध है। ऑटो मोबाइल कारोबारियों के अनुसार इस बार पिछले साल की तुलना में ऑटो मोबाइल मार्केट में करीब 30 फीसदी की ग्रोथ होने की उम्मीद है। शहर में 15 से ज्यादा कार शोरूम और 15 से 20 दो पहिया वाहनों के शोरूम में करीब 100 करोड़ की सेल होने की संभावना है।
इलेक्ट्रॉनिक कारोबारियों के अनुसार धनतेरस के लिए जो स्टॉक व्यापारियों ने मंगवाया था, उसमें से 80 फीसदी का कारोबार होने की उम्मीद है।
धनतेरस से दीपावली तक गारमेंट, गिफ्ट, मिठाइयां, ड्राई फूड सहित अन्य बाजारों में भी इस बार बंपर बिक्री शुरू हो रही है। इन सभी बाजारों में धनतेरस से दीपावली तक करीब 20 करोड़ की सेल होने की उम्मीद है। बर्तन व्यापारियों के अनुसार इस बार अच्छी बिक्री होने की संभावना है। सोने की तरह शाइनिंग देने वाले पीवीडी गोल्ड, प्लेटेड बर्तनों की भी अच्छी बिक्री हो रही है। कॉपर के बर्तनों की भी अच्छी मांग चल रही है।
सर्राफा व्यापारियों के अनुसार इस बार जेवरात के अलावा सिक्के, मूर्तियां, चैन,अंगूठी सहित अन्य सोने चांदी का सामान शामिल है। जय विनोदी जयपुर पंचांग के संपादक पंडित आदित्य मोहन शर्मा के अनुसार 29 अक्टूबर को सुबह 10:27 बजे तक त्रिपुष्कर योग है। इसके बाद त्रयोदशी तिथि है, जो प्रदोष काल में रहेगी। इसलिए इस साल इसी दिन धनतेरस मनाई जाएगी। त्रिपुष्कर योग के ठीक बाद सिद्ध योग पूरे दिन रहेगा। धनतेरस (29 अक्टूबर) के दिन दीपावली की खरीदारी का अबूझ मुहूर्त है। सिद्ध योग शाम को 7:21 बजे तक रहेगा। यह सूर्य का प्रभावशाली नक्षत्र है, जो शक्ति, आत्मबल और व्यवसाय को बढ़ाता है। इसके साथ उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र में सुबह सुर्योदय से शाम 7.21 बजे तक खदीदारी कर सकते हैं।
पंडित आदित्य मोहन शर्मा ने बताया कि त्रिपुष्कर योग में किया हुआ हर शुभ काम तीन गुना फल देता है। यदि आप इस दौरान कुछ खरीदते हैं तो यह बहुत शुभ है। क्योंकि उसका भी आपको तीन गुना लाभ मिल सकता है। इस दौरान नए कार्य शुरू करना बहुत शुभ होता है। सोना, चांदी, जमीन, वाहन, गैजेट्स, बर्तन आदि वस्तुओं की खरीद बहुत शुभ होती है। इस योग में कर्ज देना और लेना नहीं चाहिए। इसके ठीक बाद सिद्ध योग पूरे दिन रहेगा। यह योग सब कार्यों को सिद्ध करने में मदद करता है।
कार्तिक कृष्णपक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन समुद्र मंथन के दौरान माता लक्ष्मी और धन्वंतरि एक साथ प्रकट हुए थे। तब से यह तिथि भारत में लक्ष्मी पूजा और चिकित्सक दिवस के रूप में मनाई जाती है। श्रीमद्भागवत पुराण के अष्टम स्कंध के आठवें अध्याय में यह कथा आई है। इसलिए इस दिन प्रदोषकाल में दीपक जलाकर लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है।
धनतेरस के दिन सोने-चांदी के जेवर और सिक्के खरीदे जाते हैं, जो समृद्धि बढ़ाते हैं। बर्तन और अनाज खरीदे जाते हैं, इससे खानपान में कमी नहीं आती। जमीन, वाहन और गैजेट्स खरीदे जाते हैं, जो सम्पन्नता को दर्शाते हैं। हल्दी और खड़ा धनिया भी खरीदा जाता है, इससे सेहत अच्छी रहती है। इसके साथ साथ झाड़ू भी खरीदी जाती है। इसी से सफाई और शुद्धता आती है।
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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित