डोडा में अवैध कटाई मामले में दो लकड़ी तस्करों को हिरासत में लिया गया, वन अधिकारी और रेंज अधिकारी हटाए गए

डोडा में दो लकड़ी तस्कर लिए गए हिरासत में, वन अधिकारी और रेंज अधिकारी हटाए गए


जम्मू, 14 मार्च । जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में वन विभाग के अधिकारियों ने दो लकड़ी तस्करों को सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम के तहत हिरासत में लिया है। प्रभागीय वन अधिकारी और रेंज अधिकारी को उनके पदों से हटा दिया गया है। यह कार्यवाही भद्रवाह वन प्रभाग के चिराला रेंज के अंतर्गत टांटा ब्लॉक में 100 से अधिक शंकुधारी पेड़ों की अवैध कटाई की पुष्टि होने के बाद की गई है।

अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि भद्रवाह वन प्रभाग के चिराला रेंज के अंतर्गत टांटा ब्लॉक में 100 से अधिक शंकुधारी पेड़ों की अवैध कटाई पर 26 नवंबर की मीडिया रिपोर्ट के बाद यह कार्यवाही की गई है। जांच करने के लिए प्रधान मुख्य वन संरक्षक और चिनाब में वन संरक्षक ने कई टीमों का गठन किया था। चिनाब सर्कल के वन संरक्षक संदीप कुमार ने कहा कि जांच में अवैध कटाई की पुष्टि हुई है। उन्होंने कहा कि जांच और इसमें शामिल लोगों के पिछले रिकॉर्ड के आधार पर कार्रवाई की गई। कुमार ने कहा कि दो आदतन अपराधियों पर सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है और उन्हें कल रात हिरासत में लिया गया।

कुमार ने बताया कि पकड़े गए तस्करों कुथल गांव निवासी हाशिम दीन मगरे और वानी पुरा निवासी बिलाल अहमद वानी पर कई अपराध दर्ज हैं। मगरे पर नौ बार और वानी पर तीन बार वन कानूनों के तहत मामला दर्ज है। इसके अलावा यह दोनों वन अधिकारियों पर हमले में भी शामिल रहे हैं। उन्होंने बताया कि डोडा के जिला मजिस्ट्रेट ने उनके खिलाफ सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम लगाया है। कुमार ने चेतावनी दी कि और भी आदतन अपराधियों की पहचान की जा रही है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि अवैध कटाई में संलिप्त पाए जाने वाले किसी भी वन अधिकारी को परिणाम भुगतने होंगे।

अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में भद्रवाह के प्रभागीय वन अधिकारी और चिराला रेंज अधिकारी को उनके पदों से हटाकर जम्मू में प्रधान मुख्य वन संरक्षक कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है। इस बीच राष्ट्रीय हरित अधिकरण ने डोडा के मोना नाला क्षेत्र में 100 से अधिक शंकुधारी पेड़ों की अवैध कटाई का स्वत: संज्ञान लिया है। प्रधान मुख्य वन संरक्षक, पर्यावरण एवं वन मंत्रालय तथा डोडा जिला मजिस्ट्रेट को नोटिस जारी कर उनसे घटना के संबंध में विस्तृत जवाब देने को कहा गया है।---------------------------

   

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