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देहरादून, 13 फरवरी (हि.स.)। ऑनलाइन ट्रेडिंग व आईपीओ में निवेश का झांसा देकर 90 लाख की ठगी करने वाले दो आरोपितों को उत्तराखंड स्पेशल टॉस्क फोर्स ने राजस्थान के जयपुर से गिरफ्तार किया है। आरोपितों के खिलाफ देश के छह राज्यों में ठगी के मामले दर्ज हैं।
वर्ष 2024 में नैनीताल के एक व्यक्ति ने मामला दर्ज कराया था। स्पेशल टास्क फोर्स के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह ने मामले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आरोपित सोशल मीडिया पर विज्ञापन के माध्यम से विभिन्न व्हाट्सअप ग्रुपों में जोड़कर ऑनलाइन ट्रेडिंग/आईपीओ में निवेश कर अधिक मुनाफे का लालच देकर लोगों से अलग-अलग खातों में धनराशि जमा करवाते थे। उन्होंने बताया कि नैनीताल निवासी पीड़ित ने सितम्बर 2024 में तहरीर दी। उसने बताया कि फेसबुक पर एक विज्ञापन देखा जिसमें क्लिक करते ही वो एक अज्ञात व्हाट्सअप ग्रुप से जुड़ गया। ग्रुप में ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग के लिए प्रशिक्षण में जोड़ा गया। ग्रुप में पूर्व से जुड़े लोगों ने लाभ की धनराशि संबंधी स्क्रीनशॉट शेयर गए थे।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि शिकायतकर्ता को ऑनलाइन ट्रेडिंग में निवेश करने के लिए आरोपितों ने विभिन्न बैंक खातों में लगभग 90 लाख रुपये की धनराशी धोखाधड़ी से जमा करवाई। एसटीएफ ने साइबर क्राइम पुलिस की मदद से बैंक खातों/ रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बरों, व्हाट्सअप की जानकारी के लिए बैंकों, सर्विस प्रदाता कम्पनियों, मेटा कम्पनी से पत्राचाकर कर डेटा प्राप्त किया। प्राप्त डेटा के विश्लेषण से जानकारी में आया कि साइबर अपराधियों ने घटना में पीड़ित से शेयर ट्रेडिंग में लाभ कमाने के नाम पर विभिन्न बैंक खातों में धनराशि स्थानान्तरित करवाई। साक्ष्य एकत्र कर घटना के मास्टरमांइड व मुख्य आरोपित संतोष कुमार मीणा पुत्र शिवराम मीणा, निवासी करौली, राजस्थान और नीरज कुमार मीणा पुत्र लाखन लाल मीणा निवासी करौली, राजस्थान को जयपुर से गिरफ्तार किया।
हिन्दुस्थान समाचार / Vinod Pokhriyal