
यमुनानगर, 15 मार्च (हि.स.)। थाना जठलाना क्षेत्र के गांव अलाहर में प्राचीन मंदिर के निर्माण को लेकर दो पक्ष आमने-सामने हो गए। एक पक्ष ने गांव के सरपंच पर मंदिर से मूर्तियां चुराने के आरोप लगाया जबकि सरपंच ने कहा कि उस पर लगाए गए सभी आरोप झूठे है। पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत लेकर निष्पक्ष जांच करने का आश्वासन दिया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
शिकायतकर्ता कृष्ण शर्मा ने शनिवार को बताया कि अलाहर के सरपंच व कुछ लोगों द्वारा भगवान हनुमान के प्राचीन मंदिर को ध्वस्त करने और अष्ट धातु निर्मित प्राचीन बेशकीमती मूर्ति गायब कर लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ करने के आरोप लगाकर शिकायत दी है। उन्होंने कहा कि भगवान हनुमान
का सदियों से एक प्राचीन मंदिर है। गांव वाले यहां पर भगवान हनुमान की पूजा अर्चना करते आ रहें थे। मौजूदा सरपंच रजत कुमार जोकि खुद आर्य समाज से है और वे मंदिर को नहीं मानते।
इसीलिए कुछ ग्रामीणों अजय कुमार, वरुण कुमार और प्रदीप कुमार उर्फ सिंटू, हरीश कुमार, राजेश कुमार और मंदिर से दान आदि सामान एकत्रित करने वाले अरविंद के साथ मिलकर एक गहरी साजिश के तहत प्राचीनतम भगवान हनुमान मंदिर को पूरी तरह से नष्ट कर दिया। उक्त व्यक्तियों ने दबंगई करते हुए 400 साल पुरानी अस्ट धातु से बनी बेशकीमती मूर्ति भी चोरी कर ली है। पूरे गांव में तनाव की स्थिति बन गई है। उनकी मांग है कि दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज कर गांव की आस्था के साथ खिलवाड़ करने वाले उक्त दबंगों को उचित दंड मिले।
वही इस मामले को लेकर गांव के सरपंच रजत ने बताया कि उनके ऊपर लगाए गए सभी आरोप बुनियाद है। उन्होंने बताया कि गांव का हनुमान मंदिर काफी पुराना हो गया था और काफी नीचे भी चला गया था। इसके पुनर्निर्माण के लिए गांव वासियों की सहमति और सहयोग से इसका पुनरोद्धार किया जा रहा है, जिसका कुछ लोग विरोध कर रहे हैं। उन्होंने विरोध करने वालों की पुलिस को शिकायत की है और जांच की मांग की है। वही इस बारे में जठलाना के थाना प्रभारी तरसेम चंद ने बताया कि अलाहर गांव में मंदिर के पुनर्निर्माण को लेकर दो पक्षों की शिकायत आज आई है। दोनों पक्षों को सोमवार तक का समय दिया गया है और जांच पड़ताल के बाद ही आगामी कार्रवाई की जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार / अवतार सिंह चुग