यातायात नियम पाठ्यक्रम में हो शामिल, यूपी ने सीबीएसई आईसीएसई बोर्ड को लिखा पत्र

-यूपी के परिवहन आयुक्त ने सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड को लिखा पत्र

लखनऊ, 4 फरवरी (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के परिवहन आयुक्त बीएन सिंह ने सीबीएई और आईसीएसई बोर्ड को पत्र लिखकर सड़क सुरक्षा से जुड़े यातायात नियमों को पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग की है। उन्होंने बोर्ड को लिखे पत्र में कहा है कि सड़क सुरक्षा के लिए जरूरी है कि बच्चों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया जाए। उनका सुझाव है कि कक्षा छह से 12 के पाठ्यक्रमों में यातायात नियमों को शामिल किया जाए।

उत्तर प्रदेश के परिवहन आयुक्त बीएन सिंह ने हिंदुस्थान समाचार से फोन पर बातचीत करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि जो भी सड़क हादसे हो रहे हैं, उसे तेजी से कोशिश करके आधा किया जाए। दिल्ली में अभी एक मीटिंग हुई थी, उसमें बताया गया कि उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक सड़क हादसे होते हैं। 46000 सड़क दुर्घटनाएं हर साल होती हैं। उसमें करीब 25000 लोगों की मौत हो रही है। इसमें 70 से 80 फ़ीसदी सड़क दुर्घटनाएं दो पहिया वाहनों की हैं। देखते हैं कि तमाम लोग बिना हेलमेट के चलते हैं। इसको रोकने के लिए हमने ‘नो हेलमेट नो पेट्रोल’ अभियान उत्तर प्रदेश में चला रखा है। एक डाटा और सामने आया है जिसमें बताया गया है कि अधिकतम मौत युवाओं की हो रही है। उसमें 18 से 30 साल की आयु के लोग हैं।

बीएन सिंह कहते हैं कि इसका मतलब यह है कि जो युवा है, वह यातायात नियमों के प्रति अधिक लापरवाह है। इसे नियंत्रित करना एक बड़ी चुनौती है। वैसे तो ज्यादा उम्र के लोग भी हादसे का शिकार होते हैं लेकिन हम इस चिट्ठी में केवल युवाओं की बात कर रहे हैं। मेरा मानना है कि युवा और खासकर बच्चों का दिमाग नई चीजों को सीखने के लिए तैयार रहता है। वह कठोर नहीं होते हैं। यूपी बोर्ड में 12वीं तक सड़क सुरक्षा को पाठ्यक्रम में शामिल कर दिया गया है। बड़ी संख्या में बच्चे अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में पढ़ते हैं। इसलिए हमने सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड को पत्र लिखा है। हम सभी को मिलकर युवाओं को जागरूक करना है। इसलिए हमने बोर्ड से कहा है कि वे हर कक्षा के पाठ्यक्रम में एक कुछ एक चैप्टर यातायात नियमों पर हो।

हिन्दुस्थान समाचार / दिलीप शुक्ला

   

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