मुख्यमंत्री योगी ने नगाड़ा बजाकर किया अन्तर्राष्ट्रीय जनजाति भागीदारी उत्सव का शुभारम्भ

जन भागीदारी उत्सव का शुभारम्भ करते मुख्यमंत्री

लखनऊ, 15 नवंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को संगीत नाटक अकादमी में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय जनजाति भागीदारी उत्सव का शुभारम्भ नगाड़ा बजाकर किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जनजाति समाज भारत का मूल सम्प्रदाय के साथ माटी से जुड़ा समाज है। मातृभूमि के प्रति 'माता भूमि पुत्रोऽहं पृथिव्या:' के भाव को अंगीकार करने वाला समाज है। इसी भाव के साथ ही जब यह देश गुलाम था, उस कालखण्ड में भगवान बिरसा मुंडा ने जनजाति गौरव के लिए अपना बलिदान देकर देश की स्वतंत्रता में योगदान दिया था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि धरती माता के प्रति कृतज्ञता का भाव रखने वाला जनजातीय समाज को आगे बढ़ाने के लिए डबल इंजन सरकार काम कर रही है। पहले जनजातीय समाज को योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता था। सभी जनजातियों को सभी प्रकार की योजनाओं का लाभ दिलाया जा रहा है। वीर एकलव्य नाम से चलने वाले विद्यालयों की श्रंखला खड़ी की जा रही है। उन्हें आर्थिक रूप से स्वावलम्बी बनाया जा रहा है।

अपनी परम्परा व माटी के प्रति अनुराग रखने वाले यही लोगों ने भारतीय संस्कृति की रक्षा की। उनकी विरासत व संस्कृति सुरक्षित रहे, इसके लिए कई स्थानों पर म्यूजियम बनाये जा रहे हैं। अपनी विरासत से मोहभंग नहीं होने देना है। बलरामपुर व सोनभद्र में एक भव्य म्यूजिकयम बना है।

समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने कहा ​कि हमारी जो धरोहर है, उसे हमें संजोकर चलना है। मुख्यमंत्री का प्रयास है कि वनों में रहने वाला जो वनवासी समाज है, उसे वनाधिकार मिले।

इस अवसर पर समाज कल्याण राज्यमंत्री संजीव कुमार गौड़, अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष वैजनाथ रावत, भाजपा अनुसूचित मोर्चा संजय गौड़, प्रमुख सचिव समाज कल्याण डा. हरिओम, प्रमुख सचिव संस्कृति एवं पर्यटन मुकेश मेश्राम प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / बृजनंदन

   

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