उदयपुर में “उदयपुर नाट्य रंग महोत्सव” 13 से 

उदयपुर, 10 दिसंबर (हि.स.)। झीलों की नगरी उदयपुर में कला, साहित्य और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए एक नई पहल के तहत “उदयपुर नाट्य रंग महोत्सव-24” का आयोजन किया जा रहा है। यह तीन दिवसीय राष्ट्रीय नाट्य समारोह 13 से 15 दिसंबर, 2024 तक राजस्थान साहित्य अकादमी सभागार में होगा। इस आयोजन का उद्देश्य सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देना और नई प्रतिभाओं को मंच प्रदान करना है।

टीम नाट्य संस्था, जो पिछले 54 वर्षों से नाट्य और सांस्कृतिक गतिविधियों में उदयपुर का प्रतिनिधित्व कर रही है, इस महोत्सव का आयोजन भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय और राजस्थान सरकार के कला संस्कृति विभाग के सहयोग से कर रही है।

महोत्सव के निर्देशक सुनील टांक ने बताया कि आयोजन का उद्देश्य नाट्य और कला को जन-जन तक पहुंचाना और उदयपुर संभाग की संस्कृति को समृद्ध करना है। उन्होंने इसे उदयपुर के सांस्कृतिक विकास के लिए एक बड़ी सौगात बताया। महोत्सव का आयोजन स्थानीय कला प्रेमियों और आदिवासी समाज के लिए एक गौरवपूर्ण अवसर होगा।

13 दिसंबर को प्रयागराज से हरमेन्द्र सिंह के निर्देशन में नाटक “नदी प्यासी थी” का मंचन होगा। 14 दिसंबर को श्रीगंगानगर से विजय जोरा के निर्देशन में नाटक “ये आदमी ये चूहे” की प्रस्तुति होगी। 15 दिसंबर (सुबह) बीकानेर के प्रसिद्ध नाट्य लेखक हरीश बी शर्मा के साथ रंग संवाद होगा। 15 दिसंबर (शाम) को जयपुर से अभिषेक गोस्वामी के निर्देशन में नाटक “किस्से किनारों के” का मंचन होगा।

इसके अलावा, स्थानीय जानी-मानी ओडिसी नृत्यांगना शैली श्रीवास्तव और उनकी टीम गणेश वंदना और विष्णु वंदना की प्रस्तुति देंगी।

सह-संस्थापक शैलेंद्र शर्मा और रामेश्वर गौड़ ने बताया कि महोत्सव में दर्शकों का प्रवेश निशुल्क रहेगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुनीता

   

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