मां बगुलामुखी जयंती पर कार्यक्रम आयोजित

ऊना, 05 मई (हि.स.)। मां बगुलामुखी जयंती पर सिद्ध पीठ मां बगुलामुखी मंदिर गगरेट में विशेष हवन यज्ञ के साथ समस्त मानव जाति की सुख समृद्धि की मंगलकामना की गई। मां बगुलामुखी जयंती पर मंदिर परिसर में बनाए गए कई हवनकुंडों में श्रद्धालुआें ने भी हवनयज्ञ में आहूति डालकर अपनी ईष्ट देवी से शतुओं के नाश के साथ सुख समृद्धि की मंगलकामना की। मां बगुलामुखी को तत्काल फल देने वाली मां के रूप में जाना जाता है जो उन्हें याद करने वालों के पल भर में कष्ट हरती है।

मां बगुलामुखी जयंती पर मां बगुलामुखी मंदिर में भक्तों का इतना हजूम उमड़ा कि कहीं भी तिल धरने तक की जगह नहीं थी। जयंती पर स्थानीय विधायक राकेश कालिया भी मां के दरबार में नतमस्तक हुए तो सैकड़ों श्रद्धालुआें ने मंदिर परिसर में लगे भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया।

मां बगुलामुखी को तंत्र सिद्धि की माता के रूप में भी जाना जाता है। एेसी मान्यता है कि मां बगुलामुखी जयंती पर भक्त मां से जो भी वर मांगते हैं वह अवश्य पूरा होता है। सोमवार को मां बगुलामुखी जयंती पर मां बगुलामुखी मंदिर को दुल्हन की तरह सजाया गया था। मंदिर परिसर में बने हवनकुंडों से निकलने वाला धुआं वातावरण में भक्ति व शुद्धता घोल रहा था। स्थानीय श्रद्धालुआें के साथ पंजाब से आए सैकड़ों श्रद्धालु मां का आर्शीवाद पाने के लिए लालायित थे। मंदिर परिसर में ही बगुलामुखी जयंती पर आयोजित धार्मिक आयोजन में मां के सुंदर भजन भक्तों को निहाल कर रहे थे तो मां की सुंदर झांकियां भक्ति माहौल को और भी आकर्षित बना रही थीं।

मान्यता है कि कलियुग में मां बगुलामुखी ही ऐसी मां है जो उन्हें याद करने वाले भक्त को तत्काल फल देती है। कई ऐसे श्रद्धालु हैं जो मां के चमत्कार से साक्षात हो चुके हैं। मां बगुलामुखी मंदिर गगरेट के महंत मयूर शास्त्री ने बताया कि मां बगुलामुखी मां हथेली पर सरसों उगाने वाली मां हैं और मां बगुलामुखी जयंती पर मां को नमन करने का विशेष महत्व

है।

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हिन्दुस्थान समाचार / विकास कौंडल

   

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