हिमाचल में हर धर्म का सम्मान, लेकिन हुड़दंगबाजी बर्दाश्त नही: भनोट

ऊना, 22 मार्च (हि.स.)। पंजाब राज्य के कुछेक शरारतीतत्व देवभूमि हिमाचल और पंजाब में शांति भंग कर रहे हैं। हिमाचल में हुड़दंग मचाने, गोलियां चलने, मारपीट जैसी घटनाओं से दोनों राज्यों में नया विवाद उत्पन्न हो रहा है। इसी बीच खालिस्तान के नारे लगाने, लिखने और झंडा लेकर चलने से यह विवाद और बड़ा हो गया है। यह बात जनहित मोर्चा ऊना के अध्यक्ष एवं सामाजिक कार्यकर्ता राजीव भनोट ने जहां जारी एक प्रेस ब्यान में कही।

उन्होंने कहा कि पंजाब में हिमाचल की सरकारी संपत्ति को नुक्सान पहुंचाया जा रहा है, खालिस्तानी नारे लिखे जा रहे हैं। जिससे दोनों राज्यों के लोगों में माहौल तानवपूर्ण हो रहा है।

राजीव भनोट ने कहा कि हिमाचल प्रदेश गुरूओ और देवी-देवताओं की धरती है। जहां हर धर्म का सम्मान किया जाता है। लेकिन पंजाब के कुछेक शरारतीतत्व धर्म की आड़ में शांतिप्रिय राज्य में आकर हुड़दंग मचा रहे हैं। जब इन्हें ऐसा करने से रोका जाता है तो लड़ाई-झगड़े पर उतारू हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल के जिला ऊना में श्री गुरू नानक देव जी के वंशज विराजमान है, जो कि हिमाचल व पंजाब ही नहीं बल्कि विश्व को गुरु नानक की शिक्षाओं के साथ जोड़ रहे हैं। यह हमारा सौभाग्य की ऊना में गुरु नानक देव के वंशज बाबा सर्बजोत सिंह बेदी रहते हैं, बाबा साहिब सिंह की बसाई हुई नगरी में हम लोग रह रहे हैं।

उन्होंने कहा कि ऐसे पंजाब में शरारती तत्वों को समझना चाहिए कि हम एकजुटता का संदेश दें। हिमाचल सपिवार आएं पर्यटन का आनंद और गुरूओ, देवी-देवओं का आशीर्वाद लें। हर हिमाचली उनका दिल से स्वागत करेगा। लेकिन अगर धर्म की आड़ में हुड़दंगबाजी करनी है तो उसे कभी भी बर्दाश्त नही किया जाएगा। उन्होंने कहा कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब, 10 गुरुओं, निशान साहिब का सम्मान है, कोई अपमान कर नहीं करता। चंद लोग गलत सोच कर चलते राष्ट्र की संपत्ति का नुकसान कर रहे हैं और विभाजित होने वाली सोच के पहरेदार बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार को हिमाचल सरकार के आग्रह पर विचार करना चाहिए। हिमाचल की बसों को सुरक्षा देनी चाहिए। ताकि दोनों राज्यों के यात्रियों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। हिमाचल की बसों के साथ तोडफ़ोड़ करना निंदनीय है।

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हिन्दुस्थान समाचार / विकास कौंडल

   

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