जर्जर भवन में रहने वाली निराश्रित चैता देवी के मकान निर्माण की शुरुआत

गुप्तकाशी, 11 अक्टूबर (हि.स.)। विकासखंड अगस्तमुनि के पाटयूं गांव की निराश्रित चैता देवी के मकान का निर्माण कार्य उपहार समिति और प्रशासन के सहयोग से शुरू किया गया है। फिलहाल, चैता देवी का बाथरूम बनकर तैयार हो चुका है और आवास निर्माण की प्रक्रिया भी आरंभ हो गई है।

चैता देवी की बेटी पिंकी के निधन के बाद, उनके तीन बच्चे अपनी नानी के साथ एक जर्जर भवन में रह रहे हैं। पिंकी का पति कई वर्षों से लापता है, और अनुमान लगाया गया है कि वह अब इस दुनिया में नहीं है। लगभग 80 साल पुराना मकान अत्यंत जर्जर हो चुका है, जिसकी छत और दीवारें कभी भी ढह सकती हैं।

पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा को जब इस स्थिति की जानकारी मिली, तो उन्होंने प्रशासन को तुरंत निरीक्षण का आदेश दिया और भवन निर्माण के लिए आवश्यक कदम उठाए गए। प्रशासन ने बाथरूम का कार्य पूरा कर दिया है, जबकि समिति आवास और रसोईघर का निर्माण प्रारंभ कर रही है।

हिन्दुस्थान समाचार / बिपिन

   

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