सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती का उर्स बड़े कुल की रस्म के साथ शुक्रवार को होगा सम्पन्न
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- Jan 09, 2025
अजमेर, 9 जनवरी(हि.स)। ख़्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती ग़रीब नवाज़ के 813वें सालाना उर्स का विधिवत समापन शुक्रवार को बड़े कुल की रस्म अदा होने के साथ हो जाएगा। इस अवसर पर शुक्रवार होने से जुम्मे की बड़ी नमाज भी अदा होगी। देश भर से आए लाखों जायरीन अपने घरों को लौटने से पहले ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह के दरों दीवारों को गुलाब जल व केवड़े से धोएंगे और अपनी आस्था का इजहार करेंगे। उर्स के मौके पर गुरुवार को जुम्मेरात होगी। इस दौरान दरगाह में खास रौनक होती है। रोशनी से नहाई दरगाह में और उसके आसपास के क्षेत्र में जायरीन सर्द रात में भी जमा रहकर सूफी संत के प्रति अपना विश्वास जताते हैं। बड़े कुल की रस्म के साथ ही दरगाह में खिदमत भी उर्स पूर्व की तरह होने लगेगी। जायरीन यूं तो दरगाह में साल भर ही आता है फिर सभी इस बार सर्दी के बावजूद लाखों जायरीन ने जियारत की। अब उनका लौटना तेजी से शुरू हो गया है।
पाकिस्तानी जायरीन का मोबाइल खोया, जत्था होगा रवाना
पाकिस्तान से आया जायरीन जत्था भी बड़े कुल की रस्म अदा कर ही अजमेर से विदाई लेगा। पाक जायरीन यहां बाजार में खरीदारी में व्यस्त हैं। जायरीन को पुलिस सुरक्षा में बाजार खरीदारी के लिए ले जाया जा रहा है। बावजूद सूचना है कि एक पाकिस्तानी जायरीन का बहुत ही कीमती मोबाइल गुम हो गया। सुरक्षा एजेंसी मोबाइल की तलाश कर रही है। पाक जायरीन को 10 जनवरी की देर रात अथवा 11 जनवरी की अल सुबह अजमेर से रवानगी का कार्यक्रम है।
किन्नरों ने सजधज कर धूमधाम से चढ़ाई चादर
गरीब नवाज के चाहने वालों में देश भर के किन्नरो का अलग स्थान है। अजमेर में किन्नर समाज की गद्दी भी है। इस दृष्टि से यहां ख्वाजा के उर्स में देश भर के किन्नर एकत्र होते हैं और बड़े ही शानो—ओ—शौकत से ख्वाजा साहब की मजार शरीफ पर अपने अकीदत की मखमली चादर पेश करते हैं। 813वें सालाना उर्स के अवसर पर भी देश भर से आए किन्नरों ने सजधज कर बड़े धूमधाम से ढोल ताशों व झूमर बजाते हुए चादर पेश की। इस दौरान किन्नरों ने नाचते गाते ख्वाजा की शान में कलाम भी पेश किए।
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हिन्दुस्थान समाचार / संतोष