वसंतोत्सव: कला, संस्कृति और स्थानीय उत्पादों का उत्सव

देहरादून, 8 मार्च (हि.स.)। वसंतोत्सव के दूसरे दिन राजभवन में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि.) गुरमीत सिंह ने आर्ट गैलरी और स्टॉल्स का भ्रमण किया। इस दौरान आयोजित आर्ट गैलरी और फोटो प्रदर्शनी में चित्रकारों ने अपनी पेंटिंग, आर्ट और क्राफ्ट का अनूठा प्रदर्शन किया। प्रदर्शनी में उत्तराखण्ड के ग्रामीण और शहरी जीवन, लोक परंपराओं, आध्यात्मिकता और प्रकृति की सुंदरता को सजीव रूप से उकेरा गया।

राज्यपाल ने वसंतोत्सव में लगे सरकारी, गैर-सरकारी संगठनों और स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाए गए हस्तशिल्प, जैविक उत्पाद, औषधीय पौधों, फल-फूलों और पारंपरिक उत्पादों के स्टॉलों का भी अवलोकन किया और स्थानीय उत्पाद खरीदे।

वसंतोत्सव के दूसरे दिन लोगों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। पुष्प प्रदर्शनी, लोक कला, स्थानीय उत्पादों, पारंपरिक वेशभूषा और हस्तशिल्प के स्टॉलों ने पर्यटकों और स्थानीय लोगों को आकर्षित किया। बड़ी संख्या में आए लोगों ने विभिन्न स्टॉलों से स्थानीय उत्पादों की खरीदारी की और उत्तराखण्डी संस्कृति और स्थानीय उत्पादों का आनंद लिया। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड के युवाओं और महिलाओं में असाधारण कौशल, प्रतिभा और धैर्य है। यह महोत्सव उनकी प्रतिभा को एक मंच देने का प्रयास है। हमें अपनी संस्कृति, लोककला और स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने की दिशा में मिलकर कार्य करना होगा।

इस अवसर पर विभिन्न औद्यानिक फसलों यथा- फल, सब्जी, मसाला व पुष्प में कीट-व्याधिनाशक प्रबंधन, उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि, तुड़ाई के बाद प्रबंधन, विपणन एवं प्रसंस्करण इत्यादि महत्वपूर्ण विषयों के संबंध में क्रेता-विक्रेताओं के मध्य सामंजस्य स्थापित करने के लएि बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में विभिन्न विशेषज्ञ पूर्व निदेशक उद्यान डॉ. बीएस नेगी, प्रो. डॉ. नरेन्द्र चौधरी समेत अन्य लाेग मौजूद रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / Vinod Pokhriyal

   

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