हिसार : एचएयू व लुवास शिक्षा व अनुसंधान में करेंगे एक दूसरे का सहयोग

20 साल के लिए हुआ समझौता, दोनों पक्षों की सहमति से बढ़ सकेगा आगेहिसार, 3 मई (हि.स.)। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय तथा लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं विज्ञान विश्वविद्यालय के बीच शिक्षा व अनुसंधान में सहयोग के लिए मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए गए हैं। यह एमओए आगामी 20 वर्षों के लिए वैध रहेगा तथा दोनों पक्षों की आपसी सहमति से इसे आगे की अवधि के लिए बढ़ाया जा सकता है।हकृवि के कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज व लुवास के कुलपति प्रो. नरेश जिंदल की उपस्थिति में हकृवि की ओर से मानव संसाधन प्रबंधन निदेशक डॉ. रमेश यादव, कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. एसके पाहुजा, स्नातकोत्तर शिक्षा अधिष्ठाता डॉ. केडी शर्मा व लुवास की तरफ से मानव संसाधन प्रबंधन निदेशक डॉ. राजेश खुराना, विभागाध्यक्ष डॉ. सुशीला मान, डॉ. नरेश कुमार कक्कड़ ने हस्ताक्षर किए।प्रो. बीआर काम्बोज ने बताया कि हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय अपने शैक्षणिक तथा अनुसंधान कार्यक्रमों को विस्तार देने के लिए देश-विदेश के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों के साथ सहयोग बढ़ा रहा है और आपसी रूचि के क्षेत्रों की पहचान करके आगे बढ़ रहा है। उपरोक्त के अतिरिक्त इस एग्रीमेंट से हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि संबंधी कार्यों में लुवास को तकनीकी मदद प्राप्त होगी। लुवास के कुलपति प्रो. नरेश जिंदल ने बताया कि भविष्य में पशुपालन से संबंधित तकनीकी जानकारियां हकृवि को प्रदान की जाएंगी। उन्होंने बताया कि इससे दोनों विश्वविद्यालयों, किसानों व पशुपालकों को लाभ मिलेगा। गौरतलब है कि 1 दिसंबर 2010 को लुवास एक अलग विश्वविद्यालय बना था इससे पहले वह एचएयू का ही एक भाग था।इस अवसर पर एचएयू की तरफ से कुलसचिव डॉ. पवन कुमार, ओएसडी डॉ. अतुल ढींगड़ा, अनुसंधान निदेशक डॉ. राजबीर गर्ग, मीडिया एडवाइजर डॉ. संदीप आर्य, आईपीआर सैल के प्रभारी डॉ. योगेश जिंदल, डॉ. रेणू मुंजाल, डॉ. अनुराग अग्रवाल, तथा लुवास की तरफ डीन कालेज ऑफ वेटनरी साइंस डॉ. गुलशन नारंग, डीन पीजीएस डॉ. मनोज रोज़ भी उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर

   

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