उप राष्ट्रपति धनखड़ मंगलवार को उज्जैन प्रवास पर, 66वें अखिल भारतीय कालिदास समारोह का करेंगे शुभारंभ
- Admin Admin
- Nov 11, 2024
- राज्यपाल पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. यादव भी शामिल होंगे, साहित्यिक और कलात्मक विरासत को सहेजने वाले कलाकार होंगे सम्मानित
भोपाल, 11 नवंबर (हि.स.)। उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ मंगलवार, 12 नवम्बर को मध्य प्रदेश के एक दिवसीय प्रवास पर उज्जैन आ रहे हैं। वे यहां आयोजित हो रहे 66वें अखिल भारतीय कालिदास समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे और समारोह का शुभारंभ करेंगे। इस अवसर पर मप्र के राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी समारोह में मौजूद रहेंगे। समारोह में साहित्यिक और कलात्मक विरासत को सहेजने वाले कलाकारों को सम्मानित किया जाएगा।
जनसम्पर्क अधिकारी अनुराग उइके ने सोमवार को बताया कि उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ मंगलवार काे 66वें अखिल भारतीय कालिदास समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे और समारोह का शुभारंभ करेंगे। समारोह का शुभारंभ मंगलवार शाम चार बजे होगा, जबकि सांस्कृतिक कार्यक्रम शाम सात बजे से प्रस्तुत किए जाएंगे। समारोह में बुधवार, 13 नवम्बर को प्रात: 10 बजे महाकवि कालिदास के साहित्य में पंच महाभूत विमर्श पर आधारित राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी का प्रथम सत्र, दोपहर 2 बजे विक्रम विश्वविद्यालय के अंतर्गत राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी और शाम पांच बजे पंडित सूर्यनारायण व्यास व्याख्यान माला का आयोजन किया जाएगा। इसके बाद शाम 7 बजे शास्त्रधर्मी शैली पर आधारित तथा पारम्परिक शैली से अनुप्रेरित नृत्य नाटिका का प्रस्तुतीकरण होगा। इसके पहले सोमवार को मंगल कलश यात्रा निकाली गई और कालिदास अकादमी में नान्दी-भक्ति संगीत का कार्यक्रम हुआ।
गुरुवार, 14 नवम्बर को शोध संगोष्ठी का द्वितीय सत्र, व्याख्यान माला कुटुम्ब व्यवस्था, हिन्दी नाटक वसन्त सेना का प्रस्तुतीकरण होगा। शुक्रवार, 15 नवम्बर को संगोष्ठी का तृतीय सत्र, व्याख्यान माला-कालिदास का पर्यावरण चिंतन, लोक गायन और नाटक अभिज्ञान शाकुन्तलम् की प्रस्तुति होगी। अगले दिन 16 नवम्बर को संस्कृत कवि समवाय, अन्तर्विश्वविद्यालयीन संस्कृत वाद-विवाद प्रतियोगिता, लोक नृत्य की प्रस्तुति होगी, जबकि 17 नवम्बर को अन्तर महाविद्यालयीन कालिदास काव्य पाठ, अन्तर महाविद्यालयीन हिन्दी वाद-विवाद प्रतियोगिता, शास्त्रीय गायन होगा। वहीं, 18 नवम्बर को समारोह का समापन कार्यक्रम शाम साढ़े चार बजे से किया जाएगा। इसके बाद शाम 7 बजे शास्त्रीय शैली में वादन का आयोजन किया जाएगा।
इन विभूतियों को किया जाएगा सम्मान-
इस वर्ष 2022-2023 के लिये कालिदास अलंकरण सम्मान शास्त्रीय गायन के लिये पं. उदय भावलकर पुणे (2022), पं. अरविंद पारेख मुंबई (2023), शास्त्रीय नृत्य के लिये डॉ. संध्या पुरेचा मुंबई (2022), गुरु कलावती देवी मणिपुर (2023), कला और शिल्प के लिये पी.आर. दारोच दिल्ली- कला और शिल्प (2022), रघुपति भट्ट मैसूर (2023), नाट्य के लिये भानु भारती राजस्थान (2022) और रुद्रप्रसाद सेन गुप्ता कोलकाता (2023) को दिया जाएगा।
स्काई डाइविंग का मिलेगा रोमांच-
उज्जैन में हो रहे कालिदास समारोह के दौरान आगंतुक मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा आयोजित स्काई डाइविंग फेस्टिवल के रोमांच का आनंद ले सकते हैं। उज्जैन की दताना एयर स्ट्रीप पर तीन माह के लिये पर्यटकों को 10 हजार फीट की ऊंचाई से छलांग लगाकर महाकाल की नगरी को देखने का रोमांचकारी अनुभव मिल सकेगा।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर