विश्व कश्मीरी समाज ने कश्मीर पर्यटन पर शुभेंदु अधिकारी के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त की

विश्व कश्मीरी समाज ने कश्मीर पर्यटन पर शुभेंदु अधिकारी के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त की


जम्मू, 14 जुलाई । विश्व कश्मीरी समाज की अध्यक्ष किरण वट्टल ने कश्मीर पर्यटन पर शुभेंदु अधिकारी के हालिया बयान पर कड़ी असहमति जताई है। वट्टल की प्रतिक्रिया कश्मीर और उसके लोगों का सटीक प्रतिनिधित्व करने की संवेदनशीलता और महत्व को रेखांकित करती है। यहाँ जारी एक विज्ञप्ति में वट्टल ने कहा कि कश्मीर सांस्कृतिक विरासत से समृद्ध क्षेत्र है जिसका इतिहास 5,000 वर्षों से भी अधिक पुराना है और सप्तऋषि कैलेंडर इसकी पहचान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। समुदाय सनातन धर्म और आध्यात्मिक चेतना में अपने योगदान पर गर्व करता है।

विश्व कश्मीरी समाज कश्मीरी पंडितों और क्षेत्र से विस्थापित हुए अन्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षित वापसी और पुनर्वास की वकालत करता रहा है। समुदाय अपनी विरासत के संरक्षण और अपने सदस्यों के अधिकारों को सुनिश्चित करने में विश्वास करता है। कश्मीर पर्यटन के बारे में किसी भी चर्चा में स्थानीय समुदाय के दृष्टिकोण और आकांक्षाओं पर विचार किया जाना चाहिए। वट्टल ने आगे कहा कि यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि विकास पहल क्षेत्र के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व का सम्मान करें।

वत्तल ने आगे कहा कि विश्व कश्मीरी समाज पहले भी उपराज्यपाल मनोज सिन्हा सहित सरकारी अधिकारियों के साथ समुदाय की वापसी और पुनर्वास से जुड़े मुद्दों पर बातचीत कर चुका है। समुदाय ने कश्मीरी युवाओं का समर्थन करने और क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने के लिए विशेष पहल की आवश्यकता पर भी ज़ोर दिया है। वत्तल ने कहा कि कश्मीर और उसके समुदाय को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर कड़ा रुख अपनाकर विश्व कश्मीरी समाज का उद्देश्य इस क्षेत्र और इसके लोगों के बारे में एक सकारात्मक और सम्मानजनक माहौल बनाना है।

वत्तल ने कहा कि इस क्षेत्र में 80,000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्तावों के साथ पर्याप्त निवेश प्रवाह देखा गया है। इससे स्थानीय युवाओं के लिए नए अवसर पैदा हुए हैं। 1.50 लाख करोड़ रुपये की बड़ी परियोजनाएँ क्रियान्वित की गई हैं जिनमें दो एम्स, दो कैंसर अस्पताल, सात मेडिकल कॉलेज, आईआईटी, आईआईएम और निफ्ट शामिल हैं। जम्मू-कश्मीर ने 1.88 करोड़ पर्यटकों का स्वागत किया है जिससे स्थानीय लोगों के लिए रोज़गार के अवसर पैदा हुए हैं और क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिला है।

   

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