नारकोटिक्स उपायुक्त हुए किसानों से रूबरू, दिया समस्याओं के समाधान का आश्वासन

चित्तौड़गढ़, 31 जनवरी (हि.स.)। भारतीय किसान संघ चित्तौड़ प्रांत की और से अफीम किसानों की सेमिनार समीपवर्ती सेमलपुरा गांव में आयोजित की गई। यहां नारकोटिक्स विभाग के उप आयुक्त नरेश बुंदेल किसानों से रूबरू हुए। सेमिनार में प्रतापगढ़, चित्ताैड़गढ़, भीलवाड़ा, मावली आदि क्षेत्रों से आए किसानों ने उप आयुक्त के सामने अपनी समस्याएं रखी। साथ ही समाधान का आग्रह किया। इस दौरान उप आयुक्त ने किसानों ने बातचीत करते हुए कहा कि सीपीएस पद्धति में फसल की नपती, पौधे के तने से होनी चाहिए। वहीं पट्टों के मामले में उन्होंने कहा कि जो किसान नीति में शामिल थे और पट्‌टा नहीं मिला है तो वह अपनी शिकायत ऑनलाईन दर्ज करा सकते है। उन्होंने पुराने कटे पट्टों की प्रक्रिया पर कहा कि सारी प्रक्रिया ऑनलाइन है। इस दौरान उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि देश की नई पीढ़ी को नशे से बचाना हमारा प्रमुख उद्देश्य होना चाहिए।

एनडीपीएस की धारा 8/29 हटाने की मांग

इधर, किसानों ने सेमिनार के दौरान जिला मंत्री लाभचन्द धाकड़ ने बताया कि नारकोटिक्स के अधिकारियों से इस प्रकार का पहली बार संवाद हुआ है। भविष्य में किसान हित में नई अफीम नीति बने इसके लिए यह एक पहल है। सेमिनार के मौके पर किसानों की ओर सेे 15 सुत्रीय मांगें रखी गई। इसमें एनडीपीएस एक्ट की धारा 8/29 हटाने, डोडा चूरा को एनडीपीएस से बाहर कर आबकारी में शामिल करने, सितम्बर के प्रथम सप्ताह में अफीम नीति जारी करने, अफीम की मूल्य वृद्धि करने जैसी मांगें रखी। इस दौरान सहायक नारकोटिक्स आयुक्त जीएस राजपुरोहित, जिला अफीम अधिकारी, अजय संखवार, अमर सिंह कनोजिया, आरके मीणा सहित किसान संघ के बद्रीलाल जाट, शिवराज पुरी, बद्रीलाल तेली, नारायण सिंह चुंडावत आदि किसान मौजूद थे।

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हिन्दुस्थान समाचार / अखिल

   

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