गोविंद देवजी मंदिर में रविवार को जलाएंगे फूहड़ता-व्यसनों की होली
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- Mar 08, 2025

जयपुर, 8 मार्च (हि.स.)। इस बार होली की अग्नि से निकली लपटें पर्यावरण का शोधन करते हुए वातावरण में सकारात्मकता का संचार करेंगी। साथ ही रंगों का यह पर्व अश्लीलता, फूहड़ता और व्यसन मुक्ति का भी संदेश देगा। कुछ इसी तरह के लक्ष्य को लेकर आराध्य देव गोविंद देवजी मंदिर में रविवार सुबह नौ से ग्यारह बजे तक वैदिक होली उत्सव-2025 का आयोजन किया जाएगा। मंदिर महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में होने इस आयोजन की तैयारियां जोरों पर है। इस मौके पर नौ कुंडीय गायत्री भी महायज्ञ होगा। समतामूलक समाज बनाने की कामना के साथ श्रद्धालु गायत्री महामंत्र से आहुतियां अर्पित करेंगे। महायज्ञ को गायत्री तीर्थ शांतिकुंज हरिद्वार से संबद्ध गायत्री शक्तिपीठ ब्रह्मपुरी के विद्वानों की टोली संपन्न कराएंगी।
ठिकाना मंदिर श्री गोविंद देवजी के सेवाधिकारी मानस गोस्वामी ने बताया कि निशुल्क गायत्री महायज्ञ में कोई भी शामिल हो सकता है। किसी भी सामग्री लाने की आवश्यकता नहीं है। प्रारंभ में गोविंद देवजी, वेदमाता गायत्री और गुरु सत्ता का षोडशोपचार पूजन कर अग्नि प्रज्जवलन किया जाएगा। इसके बाद यज्ञ देवता को आहुतियां प्रदान की जाएंगी। गायत्री एवं महामृत्युंजय महामंत्र के अलावा सूर्य, रूद्र, शिव, नवग्रह मंत्रों से भी आहुतियां प्रदान की जाएंगी। रोग मुक्ति की कामना के साथ सूर्य गायत्री मंत्र से आहुतियां प्रदान की जाएंगी। इस मौके पर प्रेरणादायी पुस्तकों की स्टॉल भी लगाई जाएगी। यहां लागत दर पर पुस्तकें उपलब्ध रहेगी।
जलाएंगे अश्लीलता की होली:
होली को अश्लीलता निवारण एवं व्यसन मुक्त दिवस के रूप में मनाने के लिए इस आयोजन में अनेक कार्यक्रम होंगे। अश्लीलता और व्यसनों की होली जलाई जाएगी। होली के प्रेरक संदेश देने वाले प्रज्ञा गीतों की स्वर लहरियां बिखेरी जाएगी। उल्लेखनीय है कि कुछ लोगों ने होली के त्योहार को मनमर्जी करने की खुली छूट मान लिया है। रंग खेलने के नाम पर मर्यादा का उल्लंघन करने तक नहीं चूकते। फूहड़ता और हुड़दंगबाजी को कुछ लोगों ने होली का नाम दे दिया है जो कि गलत है। वहीं कुछ कई लोग शराब पीने और जुआ खेलने को होली मान बैठे। ऐसे में लोगों को होली के वैज्ञानिक पक्ष से परिचित करवाने के लिए वैदिक होली उत्सव-2025 का आयोजन किया जा रहा है।
मिलेगी होलिका दहन में अर्पित करने की सामग्री:
अखिल भारतीय गौशाला सहयोग परिषद और हैनिमन चैरिटेबल मिशन सोसायटी की ओर से यज्ञ में शामिल होने वाले लोगों को 80 तरह की जड़ी-बूटियों से तैयार विशिष्ट हवन सामग्री के पैकेट निशुल्क वितरित किए जाएंगे। यह सामग्री होलिका दहन में अर्पित करनी है। होलिका दहन की अग्नि पर थोड़ी सी हवन सामग्री डालकर घर पर भी धूप देनी है। इससे घर की नकारात्मकता दूर होकर सकारात्मकता का वातावरण बनेगा।
यहां भी उपलब्ध होगी सामग्री
होली से एक दिन पूर्व 12 मार्च को गायत्री शक्तिपीठ ब्रह्मपुरी, गायत्री शक्तिपीठ वाटिका, वेदना निवारण केन्द्र मानसरोवर में सुबह सात से आठ बजे तक होने वाले गायत्री महायज्ञ में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं को भी यह सामग्री निशुल्क वितरित की जाएगी। कई अन्य प्रज्ञा केंद्रों पर भी वितरण किया जाएगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश