स्क्रब टाइफस-लैप्टोस्पाइरोसिस के इलाज को सुलभ बनाने में जुटा राज्य, स्वास्थ्य विभाग के विशेष कदम
- Admin Admin
- Mar 17, 2025

कोलकाता, 17 मार्च (हि. स.)। राज्य सरकार स्क्रब टाइफस और लैप्टोस्पाइरोसिस जैसी बीमारियों के प्रभावी इलाज को सुनिश्चित करने के लिए विशेष कदम उठा रही है। इन रोगों के इलाज और जांच को सुलभ बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने नोडल सेंटरों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया है।
स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के मुताबिक, हाल ही में कोलकाता के बागबाजार इलाके में 12 साल का एक किशोर गंभीर सांस की तकलीफ और बुखार के कारण अस्पताल में भर्ती हुआ था। डॉक्टरों ने जांच के बाद पुष्टि की कि वह लैप्टोस्पाइरोसिस से संक्रमित था। चूहों के मूत्र के संपर्क में आने से यह बीमारी फैलती है। किशोर की हालत गंभीर होने के कारण उसे बाइपैप से लेकर वेंटिलेटर और फिर एक्मो सपोर्ट तक ले जाना पड़ा। 11 दिनों की लंबी लड़ाई के बाद वह स्वस्थ होकर घर लौट सका।
लेकिन हर कोई निजी अस्पताल में इलाज कराने में सक्षम नहीं होता। इसे ध्यान में रखते हुए सरकार ने स्क्रब टाइफस और लैप्टोस्पाइरोसिस के मरीजों के लिए राज्यभर में जांच केंद्रों की संख्या बढ़ाने का फैसला किया है। वर्तमान में डायमंड हार्बर मेडिकल कॉलेज को नोडल सेंटर बनाया गया है, लेकिन बढ़ते मामलों को देखते हुए कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल, कोलकाता स्कूल ऑफ ट्रॉपिकल मेडिसिन और उत्तरबंग मेडिकल कॉलेज अस्पताल को भी नोडल सेंटर बनाया जा रहा है। इन नए केंद्रों की जिम्मेदारी संबंधित अस्पतालों के उप-प्रधानाचार्यों को सौंपी जाएगी।
सरकार ने इन नए नोडल केंद्रों में टेस्टिंग सुविधाओं को मजबूत करने के लिए मौजूदा वित्तीय वर्ष में 5.5 लाख रुपये आवंटित किए हैं। इसमें एसएसकेएम अस्पताल और कोलकाता स्कूल ऑफ ट्रॉपिकल मेडिसिन को 1.9 लाख रुपये, जबकि उत्तरबंग मेडिकल कॉलेज को 1.5 लाख रुपये प्रदान किए गए हैं।
डायमंड हार्बर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सहायक प्रोफेसर डॉ. देवदत्ता हलदर के अनुसार, 2022 में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) कार्यक्रम के तहत सेंटिनल सेंटर स्थापित किए गए थे। ये दोनों बीमारियां अत्यधिक संक्रामक हैं और पशुओं से मनुष्यों में फैलती हैं। किसी भी उम्र का व्यक्ति संक्रमित हो सकता है, इसलिए घबराने के बजाय सतर्क रहना जरूरी है। उन्होंने कहा कि जैसे ही लक्षण दिखें, तुरंत अस्पताल जाकर रक्त जांच करानी चाहिए।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर