जींद के जुलाना में ज्यादा ताे पिल्लूखेड़ा में कम हुई बारिश 

जींद, 27 दिसंबर (हि.स.)।

जींद जिले में शुक्रवार को दिन भर रूक-रूककर बारिश का दौर जारी रहा। गेहूं की फसल के लिए यह बारिश रामबाण साबित होगी लेकिन मंडियों में पड़ी धान की फसल भिग गई। किसानों ने तिरपाल आदि से धान का ढका। जुलाना में सबसे ज्यादा 20 एमएम तो पिल्लूखेड़ा में चार एमएम बारिश दर्ज की गई। नरवाना में छह एमएम, सफीदों में 5 एमएम, उचाना में 9 एमएम, अलेवा में 6.2 एमएम बारिश दर्ज की गई।

रविवार को मौसम साफ रहने का अनुमान है लेकिन धुंध का दौर शुरू होगा। गुरुवार रात से ही मौसम में परिवर्तन होने लगा था। रात 12 बजे के बाद सुबह चार बजे तक रूक-रूककर बारिश होती रही। सुबह आठ बजे उचाना और जुलाना में कुछ देर के लिए तेज बारिश आई लेकिन इसके बाद बूंदाबांदी दिन भर चलती रही।

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार गेहूं की फसल में यह बारिश फायदा करेगी।

गेहूं का फुटाव ज्यादा होगा। सरसों, चना, मेथी सहित बागवानी की फसलों के लिए भी यह बारिश फायदेमंद साबित होगी। बारिश के बाद शहर में कई जगह जभराव हो गया। अर्जुन स्टेडियम, भिवानी रोड, रोहतक रोड समेत कई जगह सड़कों पर पानी खड़ा हो गया। अंडरपास, रजबाहा रोड समेत कई जगह चल रहे विकास कार्य रूक गए। आम जनजीवन भी बारिश के चलते प्रभावित रहा। मौसम वैज्ञानिक डा. राजेश कुमार ने कहा कि बारिश के बाद धुंध शुरू होने से फुटाव अच्छा होता है। किसानों का सिंचाई का खर्च बचेगा। जनवरी के पहले सप्ताह में भी एक पश्चिमी विक्षोभ आएगा। पश्चिमी विक्षोभ के चलते आगामी दिनों में तापमान गिरने से ठंड बढ़ेगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा

   

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