कराची में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर किया बल प्रयोग, 11 घायल  



इस्लामाबाद, 01 जनवरी (हि.स.)। पाकिस्तान के कराची में पुलिस ने धरने पर बैठे प्रदर्शनकारियों पर कल बल प्रयोग किया। इस दौरान कम से कम 11 लोग घायल हो गए। इनमें छह पुलिस जवान भी शामिल हैं। प्रदर्शनकारियों ने खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले में स्थित पाराचिनार में हाल ही में हुई हत्याओं के खिलाफ विरोध जताया है।

डॉन समाचार पत्र के अनुसार, धार्मिक और राजनीतिक संगठन 'मजलिस वहदत-ए-मुस्लिमीन' (एमडब्ल्यूएम) ने पाराचिनार के लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया था। संगठन के आह्वान पर देशभर में 20 दिसंबर से धरना और प्रदर्शन जारी है। सड़कें बंद कर दी गई हैं। प्रदर्शनकारी कुर्रम में जारी हिंसा के साथ-साथ उस घटना का भी विरोध कर रहे हैं जिसमें जिले के बागान इलाके में पाराचिनार की ओर जाते समय रास्ते में दो लोगों की हत्या कर दी गई और बाद में उनका सिर काट दिया गया।

एमडब्ल्यूएम के प्रवक्ता सैयद अली अहमर जैदी ने आरोप लगाया कि पुलिस ने अब्बास टाउन, पावर हाउस और कामरान चौरंगी सहित 10 स्थानों पर आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया। उन्होंने कहा, बावजूद इसके तीन स्थानों नुमाइश चौरंगी, एंचोली और रिजविया सोसाइटी में धरना जारी है। उन्होंने पुलिस कार्रवाई की निंदा की है। उधर, पुलिस के बल प्रयोग की सूचना मिलते ही मालिर में मुख्य राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी हिंसा भड़क उठी। यहां पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प होने की खबर है।

पुलिस अधिकारी डॉ. सुम्मैया सैयद ने कहा कि चार घायलों को मालिर से जिन्ना पोस्टग्रेजुएट मेडिकल सेंटर लाया गया। उनमें से एक की हालत गंभीर है। इस व्यक्ति के सिर में गोली लगी है।

मालिर के पुलिस अधीक्षक सईद रिंद के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने रात को मालिर-15 पर राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया। पुलिस हाइवे खाली कराने पहुंची तो हथियारों से लैस प्रदर्शनकारियों ने गोली चलानी शुरू कर दी। उन्होंने कहा कि पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर किया।

प्रवक्ता जैदी ने देररात कहा कि वे गोलियों और धमकियों से नहीं डरेंगे। बड़ी संख्या में लोग नुमाइश चौरंगी पर फिर से इकट्ठा होने लगे हैं। भविष्य की कार्रवाई की रूपरेखा तैयार करने के लिए एमडब्ल्यूएम की आपात बैठक चल रही है। एमडब्ल्यूएम के सूचना सचिव आसिफ सफवी ने नुमाइश चौरंगी में धार्मिक विद्वान अल्लामा हसन जफर नकवी पर अर्धसैनिक बलों के हमले की निंदा की है। उन्होंने कहा कि बल प्रयोग सिंध सरकार की शह पर किया गया है। सरकार के इशारे पर नकवी को गिरफ्तार किया गया है।

उन्होंने कहा कि घटनाक्रम से पीपीपी अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को अवगत कराया गया है। एमडब्ल्यूएम नेता अल्लामा मुख्तार इमामी ने नकवी पर हमले के लिए सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह को जिम्मेदार ठहराया है।

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हिन्दुस्थान समाचार / मुकुंद

   

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