जींद : सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश ने किया कंप्यूटर लैब का उद्घाटन
- Admin Admin
- Oct 29, 2024
जींद, 29 अक्टूबर (हि.स.)। ऐतिहासिक गांव रामराय स्थित श्री ब्राह्मण संस्कृत महाविद्यालय में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश सूर्यकांत ने मंगलवार को कंप्यूटर लैब का उद्घाटन किया। कंप्यूटर लैब को दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश दिनेश कुमार शर्मा की स्व. माता कमला देवी की याद में बनवाया गया है। कार्यक्रम की अध्यक्षता पंडित सच्चिदानंद ने की। कार्यक्रम में दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश दिनेश कुमार शर्मा की धर्मपत्नी विशाखा शर्मा, नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त वाईएस गुप्ता, एचसीएस सतपाल शर्मा, रिटायर्ड आईएएस डीडी गौतम, सीजेएम मोनिका, रिटायर्ड ज्वाइंट डायरेक्टर एसडी गौतम, शुभराम वशिष्ठ, कमेटी प्रधान रिषिकांत शर्मा, पूर्व राज्य सांसद डीपी वत्स, बार एसोसिएशन जींद व हिसार के कई गणमान्य अधिवक्ता मौजूद रहे। कार्यक्रम की शुरुआत में सभी ने मिल कर भगवान परशुराम मंदिर में पूजा अर्चना की और सर्व कल्याण की कामना की।
सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने कहा कि आज का युग तकनीकी का युग है। यह लैब वातानुकूलित है और इसमें 15 कंप्यूटर सेट रखे गए हैं। इस लैब में बच्चे कंप्यूटर ज्ञान प्राप्त कर सकेंगे। आज के युग में खासकर युवा व बच्चों को कंप्यूटर का ज्ञान होना अति आवश्यक है। कंप्यूटर ज्ञान से व्यक्ति सुविधाओं का उपयोग आसानी से कर सकते हैं। आज कंप्यूटर ने हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण स्थान बना लिया है। आज कंप्यूटर के बिना अपने जीवन की सहजता से कल्पना करना असंभव सा है। हर क्षेत्र में काम को आसान बनाने के लिए इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। बच्चे अब इस लैब के माध्यम से कंप्यूटर का ज्ञान सीखेंगे। जो उनके जीवन में फायदेमंद साबित होगा।
दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश दिनेश कुमार शर्मा की धर्मपत्नी विशाखा शर्मा ने कहा कि आज हर जगह कंप्यूटर का उपयोग बडे पैमाने पर किया जा रहा है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि मनुष्य के मुकाबले बहुत तेजी सेे काम करता है। यह बहुत बडी गणना को कुछ सेकेंड में कर सकता हैै। आज तकनीकी की हर चीज कंप्यूटर आधारित है। आप बहुत सारा डाटा कंप्यूटर में सेव कर सकते हैं और उसे कभी भी उपयोग में ला सकते हैं। अगर आपके पास इंटरनेट की सुविधा भी है तो आप क्लाउड स्टोरेज का उपयोग कर इंटरनेट पर भी अपने डाटा को सुरक्षित रख सकते हैं। आप इंटरनेट पर कोई भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। बैंकिंग व वित्तीय संस्थाओं में कंप्यूटर तकनीक का जवाब नहीं है। यही नहीं शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र को कंप्यूटर ने बहुत आसान बना दिया है।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा