रोजगार के लिए अचूक हथियार है कौशल : डॉ. आशा शर्माझज्जर, 23 नवंबर (हि.स.)। वैश्य आर्य शिक्षण महिला महाविद्यालय में रोजगार कौशल पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में मुख्य वक्ता साहिल गाॅधी रहे। उन्होंने छात्राओं को बेहद प्रभावशाली तरीके से समझा के संबंधित विषय में कुशलता हो तो अच्छा रोजगार मिलना निश्चित है। कार्यशाला की शुरुआत विद्या की देवी माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर की गयी। साहिल गांधी ने कहा कि नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (एनईपी) 2020 के अनुसार, बीएड छात्रों के लिए रोजगार योग्य कौशल विकसित करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। एनईपी 2020 का उद्देश्य छात्रों को 21वीं सदी की आवश्यकताओं के अनुसार तैयार करना है, जिसमें रोजगार योग्य कौशल एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इन कौशलों में व्यावसायिक कौशल, संचार कौशल, समस्या समाधान कौशल, सामाजिक कौशल और तकनीकी कौशल शामिल हैं। इन कौशलों को विकसित करने से बीएड छात्र अपने शिक्षण करियर में सफल हो सकते हैं और छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर सकते हैं।साहिल गाॅधी ने छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमारे देश में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए यह आवश्यक है कि हम अपने शिक्षकों को रोजगार योग्य कौशल प्रदान करें। बीएड छात्रों को रोजगार योग्य कौशल प्रदान करने से उन्हें एक प्रभावी शिक्षक बनने में मदद मिलती है। यह उन्हें अपने छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने में मदद करता है। इसके अलावा, रोजगार योग्य कौशल छात्रों को अपने छात्रों की व्यक्तिगत और व्यावसायिक आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करते हैं। छात्राओं का मार्गदर्शन करने के लिए कॉलेज की प्राचार्य डॉ. आशा शर्मा ने साहिल गाॅधी का आभार व्यक्त किया। डॉ. आशा ने कहा कि बीएड कि विद्यार्थियों को रोजगार योग्य कौशल प्रदान करना आवश्यक है। यह उन्हें एक प्रभावी शिक्षक बनने में मदद करता है। रोजगार योग्य कौशल छात्रों को व्यावसायिक रूप से सक्षम बनाते हैं और उन्हें शिक्षण पेशे में सफल होने के लिए आवश्यक क्षमताएं प्रदान करते हैं। इसके अलावा, रोजगार योग्य कौशल छात्रों को अपने छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने में मदद करते हैं। यह उन्हें अपने छात्रों की व्यक्तिगत और व्यावसायिक आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करता है। इस प्रकार, बीएड छात्रों को रोजगार योग्य कौशल प्रदान करना शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करने और छात्रों को सफल शिक्षक बनने में मदद करने के लिए आवश्यक है। इस कार्यशाला का आयोजन महाविद्यालय की एनएसएस, वाईआरसी इकाई, आईक्यूएसी सेल व कार्यशाला सेल द्वारा किया गया|।
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हिन्दुस्थान समाचार / शील भारद्वाज