(अपडेट) विश्व नवकार मंत्र दिवस समारोह आयोजित

जयपुर, 9 अप्रैल (हि.स.)। राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने नवकार मंत्र को स्तुति से युक्त सर्व कल्याण प्रार्थना बताते हुए कहा है कि यह ध्यान का ज्ञान है। उन्होंने कहा कि यह विश्व कल्याण के साथ बाधाओं के निवारण का आदि मंत्र है। उन्होंने कहा कि विश्व नवकार मंत्र दिवस भारत की अध्यात्म परम्परा में निहित विश्व शांति की सामूहिक भावना का द्योतक है।

बागडे बुधवार को जैन इंटरनेशनल ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन (जीतो) द्वारा आयोजित विश्व नवकार मंत्र दिवस पर संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारतीय दर्शन मंत्रों की साधना से ही जुड़ा है। मंत्र का अर्थ होता है, पवित्र उच्चारण। इससे धरती पर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और नकारात्मक भावों से मुक्ति मिलती है।

उन्होंने जैन परंपरा में तीर्थंकरों की भूमिका की चर्चा करते हुए कहा कि उन्होंने जीवन का आदर्श मार्ग प्रदान किया। तप, अहिंसा, अपरिग्रह आदि के मार्ग से जीवन को धन्य करने की शिक्षा तीर्थंकरों ने दी। नवकार मंत्र इसी परंपरा का बहुत पावन भारतीय संस्कार है। यह मानव कल्याण से जुड़ा है।

राज्यपाल ने इससे पहले नमोकार मंत्र का उच्चारण करते हुए कहा कि इस मंत्र को समझकर और भक्तिपूर्वक जपने से आदिनाथ का ध्यान ही नहीं होता जीवन की तमाम समस्याओं के समाधान का मार्ग खुल जाता है। उन्होंने कहा कि जैन धर्म नहीं संस्कृति है। उन्होंने सर्वे भवन्तु सुखिन की भारतीय सोच का प्रसार करने का भी आह्वान किया।

-----

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर

   

सम्बंधित खबर