दान करने से यह लोक तो सुधरता ही है परलोक भी सुधर जाता है : समर्पण सागर जी महाराज

वाणी भूषण क्षुल्लक रत्न 105 समर्पण सागर जी महाराज ने मुरादाबाद से जैन मंदिर सासनी के लिए किया विहार

मुरादाबाद, 03 नवम्बर (हि.स.)। दान करने से यह लोक तो सुधरता ही है परलोक भी सुधर जाता है। सभी को अपने जीवन में दान कर्म करना चाहिए। यह बातें वाणी भूषण क्षुल्लक रत्न 105 समर्पण सागर जी महाराज ने रविवार को मुरादाबाद से जैन मंदिर सासनी के विहार करने से पूर्व जैन सेवा समिति सदस्यों को आशीर्वाद देते हुए कही। महाराज श्री ने सभी जैन सेवा समिति सदस्यों को आशीर्वाद प्रदान किया।

महाराज श्री ने आगे कहा कि दान न करने वाले का धन किसी काम का नहीं। सभी धर्मों के धर्मशास्त्र भी दान करने की प्रेरणा देते हैं। किसी के पास कितना भी धन हो यदि वह दान नहीं करता है तो उसका धन किसी काम का नहीं है। दान करने से ही धन की शोभा होती है।

जैन सेवा समिति के सदस्यों द्वारा आज परम पूज्य वाणी भूषण क्षुल्लक रत्न 105 समर्पण सागर जी महाराज को आहार चर्या में सहयोग कर धर्म लाभ प्राप्त किया। महाराज श्री की आहार चर्या में अध्यक्ष नीलम जैन, मंत्री अनुज जैन, उपाध्यक्ष पंकज जैन, सदस्य सलिल जैन, सारिका जैन, अंशु जैन, मान्या जैन, प्रवीण जैन, अंशु जैन, नरेंद्र जैन, नीरज जैन आदि उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / निमित कुमार जयसवाल

   

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