आस्था पर भारी पड़ी गंदगी, गागन में डुबकी नहीं लगा पाए श्रद्धालु

मुरादाबाद, 15 नवम्बर (हि.स.)। पीतलनगरी में शुक्रवार को गंगा स्नान (कार्तिक पूर्णिमा) का पर्व धूमधाम से सम्पन्न हुआ। अलग-अलग स्थानों पर रामगंगा नदी में हजारों भक्तों ने आस्था की डुबकी लगाई लेकिन दिल्ली रोड और आरटीओ रोड पर स्थित गागन नदी में पसरी गंदगी के चलते स्नान करने से परहेज किया और प्रसाद चढ़ाकर पर्व की मान्यता को पूरा किया।

शुक्रवार को मुरादाबाद में कार्तिक पूर्णिमा पर रामगंगा और गागन नदी के घाटों पर तड़के से ही भीड़ उमड़ पड़ी। मोहल्ला लालबाग, कटघर स्थित अटल घाट, रामगंगा विहार कालोनी, कांठ रोड पर चटठा पुल के पास से गुजर रही रामगंगा नदी में भक्तों ने पूजा अर्चना के साथ आस्था की डुबकी लगाई। स्नान के बाद खिचड़ी, दाल, चावल, गुड़, जलेबी, फल आदि का दान करके पुण्य लाभ अर्जित किया। घाट पर मुंडन संस्कार भी काफी संख्या में हुए। वहीं गंगा के किनारे लोगों ने सत्यनारायण भगवान की कथा कराई और आरती करके प्रसाद ग्रहण किया। घाटों के समीप लगे मेले में जहां बच्चों ने झूलों व चाट पकोड़ी का आनंद लिया वहीं बड़ों ने मेले में सजी दुकानों पर जमकर खरीदारी की।

वहीं दिल्ली रोड और आरटीओ रोड पर स्थित गागन नदी पर भी काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे लेकिन वहां पसरी गंदगी के चलते स्नान करने से परहेज किया और प्रसाद चढ़ाकर पर्व की मान्यता को पूरा किया। नदी में स्नान करने आए अमित चौहान ने बताया कि इस बार गागन में नदी में गंदगी और कूड़ा करकट के चलते स्नान करने का मन नहीं हुआ। गागन नदी में हमेशा गंदगी पसरी रहती है, नाले-नालियों का गंदा व जहरीला पानी सीधे गागन में आकर गिरता है जिस पर किसी का भी ध्यान नहीं जाता है। हर साल गंगा स्नान, गंगा दशहरा, सोमवती अमावस्या आदि पर भक्त गागन में आस्था की डुबकी लगाने से वंचित रह जाते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / निमित कुमार जयसवाल

   

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