हिसार : सारंगपुर में आयोजित कृषि शिविर में वैज्ञानिकों ने दी किसानों को जानकारी

हिसार, 14 मई (हि.स.)। अग्रोहा खंड के गांव सारंगपुर में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग तथा हिन्दुस्तान गम एंड कैमिकल्स भिवानी की ओर से कृषि शिविर लगाया गया। इसमें किसानों को विभिन्न खरीफ फसलों ग्वार, बीटी नरमा, मूंग आदि का भरपूर उत्पादन के लिए नवीनतम जानकारी दी गई। इस अवसर पर हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कीट विज्ञान विभाग से सेवानिवृत डाॅ. आरके सैनी ने ग्वार व बीटी नरमा की फसल पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि ग्वार में जड़-गलन रोग की रोकथाम मात्र प्रति एकड़ 20 रुपए के खर्च से बीज उपचार द्वारा की जा सकती है। झुलसा रोग की सफल रोकथाम के लिए ग्वार की फसल पर स्ट्रप्टोसाइक्लिन नामक बैक्टीरियानाशी दवा का स्प्रे करना अति आवश्यक है। डाॅ.सैनी ने उन्नत किस्मों की बीजों का प्रयोग, संतुलित खादों के प्रयोग का महत्व तथा दो बार फसल की निराई-गोड़ाई करने का सुझाव भी दिया। नरमा कपास की गुलाबी सुंडी की गैर-रासायनिक व रासायनिक उपायों को अपना कर संतोषजनक रोकथाम के बारे में किसानों को अवगत कराया गया। इससे पूर्व कृषि विकास अधिकारी डाॅ. उमेद सिंह ने किसानों से आग्रह किया कि वे फसल अवशेषों को जलाने की बजाय मिट्टी में दबाएं। सरकार की विभिन्न कृषि योजनाओं से लाभ उठाने के लिए उन्होंने किसानों को अपनी फसलों का विवरण पोर्टल पर पंजीकृत करने के लिए प्रेरित किया। मूंग, धान व कृषि यन्त्रों से संबंधित योजनाओं के बारे में भी किसानों को बताया गया। शिविर में किसानों को बीज उपचार की दवा के सैम्पल तथा साहित्य वितरित किए गए। इस आयोजन में सेवानिवृत्त आबकारी अधिकारी अनिल कुमार बिश्नोई ने विशेष योगदान दिया। इस अवसर पर अनिल कुमार, पंछीराम, रामचन्द्र, इन्द्रसिंह, सतीश कुमार, सुभाष, मनोहर लाल, ओमप्रकाष सहित करीब 70 प्रगतिशील किसान मौजूद थे।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर

   

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