न्यायालय को शहर से बाहर स्थानांतरित किए जाने के खिलाफ बालोद बंद रहा

बालोद/रायपुर, 2 दिसंबर (हि.स.)। आज सोमवार को व्यापारी और नागरिक संगठनो ने जिला न्यायालय को शहर से बाहर स्थानांतरित किए जाने के खिलाफ बालोद को बंद रखा। बंद में विभिन्न व्यापारी संगठन और नागरिक संगठन सक्रिय रूप से शामिल हुए।नगर के सभी अस्पताल, मेडिकल स्टोर, स्कूल-कॉलेज और अन्य आवश्यक सेवाओं को छोड़कर शहर की सभी दुकानें और संस्थान बंद रहे ।

चार बार के पार्षद रहे कमलेश सोनी ने कहा कि प्रशासन का जो रवैया शहर वासियों के साथ है उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि हफ्ता भर के भीतर यहां पर कोई निष्कर्ष नहीं निकलता है तो बालोद शहर को भी अनिश्चितकालीन बंद किया जा सकता है।

व्यापारियों ने बतायाकि ग्राम सिवनी में नए जिला न्यायालय भवन का निर्माण कार्य शुरू होने वाला है, जिसके तहत बालोद में स्थित जिला न्यायालय को सिवनी स्थानांतरित किया जाएगा । इसी के साथ दूसरे शासकीय कार्यालय भी शहर से बाहर ट्रांसफर किए जा रहे हैं।जिसका व्यापारी विरोध कर रहे हैं।इसके खिलाफ बालोद के व्यापारी और विभिन्न संगठन हैं।

छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष राजू पटेल ने बताया कि धीरे-धीरे षडयंत्र पूर्वक बालोद शहर से सभी शासकीय कार्यालय को ले जा रहे हैं। इसके कारण जो छोटे बड़े व्यवसाय हैं सभी को संघर्ष से जूझना पड़ रहा है। व्यापार की हालत काफी खराब है। यदि एक कार्यालय न्यायालय के रूप में जो बालोद में बना है। उसे भी बाहर ले जाया गया तो हमें भीख मांगना पड़ सकता है।

व्यापारियों का मानना है कि बालोद शहर में न्यायालय का होना हर तरह से महत्वपूर्ण है, और इसके हटने से यहां के व्यवसायों पर नकारात्मक असर पड़ेगा।व्यापारी और नागरिक संगठनो ने विरोध प्रदर्शन कर प्रशासन से इस फैसले को पुनः विचार करने की अपील की है।

हिन्दुस्थान समाचार / केशव केदारनाथ शर्मा

   

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