पलवल, 7 नवंबर (हि.स.)। प्रदूषण के बढ़ते स्तर के चलते पराली जलाने पर प्रतिबंध के बाद भी पलवल में किसान नहीं मान रहे हैं। जिसके चलते किसानों के खिलाफ केस भी दर्ज किए जा रहे और जुर्माना भी लगाया जा रहा है। इसके बाद भी पराली जलने की घटनाएं रोजाना सामने आ रही है। जिले में एक महिला किसान सहित तीन के खिलाफ गुरूवार को कृषि अधिकारियों की शिकायतों पर मुकदमे दर्ज किए है। जिले में अब तक तीन महिलाओं सहित 19 किसानों पर एफआईआर दर्ज की जा चुकी है।
जिला प्रशासन ने पराली जलाने पर निगरानी रखने के लिए टीमें गठित की है। कृषि विभाग के अधिकारी किसानों को पराली न जलाने के लिए जागरूक भी कर रहे है,लेकिन कुछ किसान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे। जिससे उनके मित्र कीट ही जमीन में नष्ट नहीं हो रहे, बल्कि दूसरों की सेहत के लिए भी पराली जलने से निकलने वाला धुआं खतरा पैदा कर रहा है। इस धुएं से आंखों व सांस की बीमारी बढ़ने का खतरा पैदा हो रहा है। जिसके लिए जिला प्रशासन मंडियों में धान की खरीद के समय भी किसानों से धान की पराली न जलाने की अपील कर रही है और जो किसान पराली जला रहे है उनकी फसल खरीद पर भी रोक लगाने का कानून बना हुआ है, लेकिन इन सबके बावजूद भी किसान अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे। कई गांवों में गुरूवार को एक महिला किसान सहित तीन के खिलाफ पराली जलाने से संबंधित धाराओं में केस दर्ज किए गए है।
अब तक तीन महिलाओं समेत 19 पर केस
हसनपुर थाना पुलिस ने कृषि अधिकारी तेजपाल शर्मा की शिकायत पर बांसवा गांव के किसान नरवीर, सदर थाना पुलिस ने कृषि अधिकारी बंसीलाल की शिकायत पर दीघोट गांव की महिला किसान सुदेश पत्नी धर्मपाल, चादंहट थाना पुलिस ने कृषि अधिकारी राजेंद्र सिंह की शिकायत पर राजूपुर खादर गांव के किसान दिनेश के खिलाफ केस दर्ज कर किया है। जिले में अब तक कृषि अधिकारी पराली जलाने के संबंध में तीन महिला किसानों सहित 19 किसानों के खिलाफ मुकदमे दर्ज कर उनपर जुर्माना लगा चुके है।
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हिन्दुस्थान समाचार / गुरुदत्त गर्ग