‘दंगा करते हैं कुछ शरारती लोग, भुगतते हैं आम लोग’ – ममता बनर्जी ने विधानसभा में बेलडांगा मुद्दे पर रखी बात

कोलकाता, 02 दिसंबर (हि.स.)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विधानसभा में बेलडांगा के सांप्रदायिक तनाव पर खुलकर बात की। उन्होंने साफ कहा कि कुछ शरारती तत्व दंगा करते हैं और उसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ता है। ममता ने बताया कि प्रशासन ने स्थिति को संभालने के लिए पूरी रात काम किया और शांति बनाए रखने के लिए जरूरी कदम उठाए।

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि मुर्शिदाबाद के बेलडांगा इलाके में कार्तिक पूजा और पैगंबर मोहम्मद को लेकर अपमानजनक टिप्पणियों की वजह से विवाद शुरू हुआ था। उन्होंने कहा कि कार्तिक पूजा की लाइटिंग में मेरे खिलाफ अपशब्द लिखे गए। दूसरी ओर, पैगंबर मोहम्मद के बारे में भी आपत्तिजनक बातें की गईं। बार-बार मना करने के बावजूद जब इन बातों को नहीं रोका गया तो विवाद भड़क गया।

ममता बनर्जी ने कहा कि हालात को नियंत्रण में लाने के लिए उन्होंने खुद पूरी रात जागकर स्थिति की निगरानी की। उन्होंने बताया कि मैं रातभर जागी थी। डीजी और मुख्य सचिव भी जाग रहे थे। मैंने डीजी को मौके पर भेजा। मुझे पता है कि ये सब कौन लोग करते हैं।

उन्होंने आगे कहा कि किसी भी धर्म को अपमानित करने की इजाजत नहीं दी जा सकती। उन्होंने कहा, “अगर कोई मेरे धर्म को लेकर कुछ कहेगा तो क्या मैं चुप रहूंगी ? सभी को अपने धर्म का पालन करने का अधिकार है, लेकिन किसी और के धर्म का अपमान करने का नहीं।”

मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि उन्होंने बेलडांगा के विधायक को अस्पताल से छुट्टी दिलवाकर घटनास्थल पर भेजा और रेजिनगर के विधायकों से लगातार संपर्क बनाए रखा। उन्होंने कहा, “मैंने हिंदू बहुल इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा का इंतजाम कराया और कहा कि कोई भी किसी पर हाथ नहीं उठाएगा। पुलिस को अपने हिसाब से काम करने दिया गया।”

ममता बनर्जी ने कहा, “दंगे कुछ शरारती लोग करवाते हैं, लेकिन भुगतना आम जनता को पड़ता है। हर किसी को अपने धर्म का पालन करना चाहिए, लेकिन साम्प्रदायिकता फैलाने से बचना चाहिए।”

यह बयान ऐसे समय में आया है जब मुर्शिदाबाद के बेलडांगा इलाके में हाल ही में सांप्रदायिक तनाव की घटनाएं हुई थीं। मुख्यमंत्री ने अपने भाषण के जरिए शांति और आपसी सद्भाव बनाए रखने का संदेश दिया।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर

   

सम्बंधित खबर