बांग्लादेश में फिर गिरफ्तार हुए काकद्वीप के 16 मछुआरे, ममता बनर्जी ने केंद्र की निष्क्रियता पर जताई नाराज़गी

कोलकाता, 2 दिसंबर (हि.स.)। पश्चिम बंगाल के काकद्वीप से मछली पकड़ने गए 16 मछुआरों को बांग्लादेश प्रशासन ने गिरफ्तार कर लिया है। हाल के दिनों में यह दूसरी बार है जब भारतीय मछुआरों को सीमा पार करने के आरोप में हिरासत में लिया गया है। इससे पहले 69 मछुआरों को बांग्लादेशी अधिकारियों ने पकड़ा था। अब कुल मिलाकर 85 भारतीय मछुआरे बांग्लादेश की जेल में बंद हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस मुद्दे पर विधानसभा में सोमवार को चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि हमने 69 मछुआरों की गिरफ्तारी के बाद केंद्र सरकार से मदद मांगी थी, लेकिन कोई ठोस परिणाम नहीं मिला। हमने उनके लिए वकील भी मुहैया कराए हैं।

ममता बनर्जी ने यह भी बताया कि हाल ही में बांग्लादेश से एक ट्रॉलर पश्चिम बंगाल में पकड़ा गया था, लेकिन वैध कागजात होने की वजह से उसे छोड़ दिया गया।

काकद्वीप से ‘झड़’ नामक ट्रॉलर में सवार 16 मछुआरे जब बांग्लादेशी सीमा में घुस गए, तो उन्हें हिरासत में ले लिया गया। उनके परिवारों को इस घटना की जानकारी मिलने के बाद से उनकी चिंता बढ़ गई है। इससे पहले, बांग्लादेश प्रशासन ने एक अन्य ट्रॉलर को जब्त कर उसमें मौजूद 69 मछुआरों को गिरफ्तार किया था।

बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर बढ़ते हमले और अल्पसंख्यक नेता चिन्मयकृष्ण दास की गिरफ्तारी के कारण स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। इसके खिलाफ वहां के अल्पसंख्यक समुदाय ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है, जिसका असर पश्चिम बंगाल में भी देखा जा रहा है।

ममता बनर्जी ने कहा कि इस मामले में केंद्र सरकार को गंभीरता से हस्तक्षेप करना चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि बांग्लादेश में शांति स्थापित करने के लिए भारत को संयुक्त राष्ट्र से शांति सेना भेजने की मांग करनी चाहिए।

भारत सरकार ने भी बांग्लादेश की वर्तमान स्थिति को लेकर चिंता व्यक्त की है। ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस इस मुद्दे पर केंद्र सरकार के रुख का समर्थन करती है। साथ ही, उन्होंने केंद्र से मछुआरों की वापसी के लिए आवश्यक कदम उठाने की मांग की।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर

   

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