सम्भल हिंसा के मृतकों के परिजनों से मिलने जा रहे 30 से अधिक कांग्रेसियों को पुलिस ने रोका

कांग्रेस उपाध्यक्ष व प्रवक्ता सुधीर पाठक ने बताया प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रशासन को अपने सम्भल दौरे की लिखित जानकारी दे दी थी

मुरादाबाद, 02 दिसम्बर (हि.स.)। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के आहवान पर सम्भल में हुई हिंसा के मृतकों के परिजनों से मिलने जा रहे लगभग मुरादाबाद के 30 कांग्रेस पदाधिकारियों को पुलिस ने घरों में नजरबंद कर दिया और संभल जाने नहीं दिया। संभल नहीं जा पाए कांग्रेसियों ने इसे आपातकाल बताया है।

जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष व प्रवक्ता सुधीर पाठक ने सोमवार को बताया कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व पूर्व मंत्री अजय राय द्वारा कई दिनों पूर्व प्रशासन को अपने सम्भल दौरे की लिखित जानकारी दे दी गई थी, जिसमें आज 2 दिसम्बर को संभल हिंसा में मारे गए लाेगाें के परिजनों से मुलाकात करनी थी। सुधीर पाठक ने आगे बताया कि इस दौरान मुरादाबाद कांग्रेस पदाधिकारियों के साथ पार्टी के कार्यकर्ताओं और कई कानूनी जानकारों को भी सम्भल जाना था, लेकिन पुलिस प्रशासन ने 30 से अधिक कांग्रेस नेताओें को हाउस अरेस्ट कर दिया। कांग्रेस जिलाध्यक्ष असलम खुर्शीद ने कहा कि यह भाजपा सरकार अघोषित आपातकाल है।

मुरादाबाद में प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व मेयर व विधायक उम्मीदवार रिजवान कुरैशी, पूर्व सांसद प्रत्याशी सचिन चौधरी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष असलम खुर्शीद, महानगर अध्यक्ष अनुभव मेहरोत्रा, आनंद मोहन गुप्ता एडवोकेट समेत अन्य नेताओं के घर पर सुबह से पुलिस तैनात हो गई और किसी को भी संभल नहीं जाने दिया।

संवैधानिक मूल्यों की रक्षा के लिए मुझे संभल जाना था: सचिन चौधरी

कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सचिन चौधरी ने बताया कि संवैधानिक मूल्यों की रक्षा के लिए मुझे कांग्रेस नेताओं के साथ संभल जाना था। जाने से रोकने के लिए सुबह से ही मेरे घर पर पुलिस फोर्स तैनात हो गई। यह मेरी निजता एवं स्वतंत्रता के अधिकार का उल्लंघन है। मैं शांतिपूर्ण तरीके से अपनी आवाज़ उठाना चाहता हूं, यह डरी हुई योगी और मोदी सरकार की तानाशाही है। संभल में जो मौतें हुई हैं कांग्रेस उसकी जाँच करवाना चाहती हैं। पीड़ितों के परिवार से हम जाकर मिलना चाहते हैं। इसमें सरकार का क्या नुकसान है। संभल की मौत की जिम्मेदारी कौन ले रहा है। इतना बड़ा दंगा कैसे हुआ, इसकी अभी तक जांच नहीं हुई। सूबे के मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए। मुख्यमंत्री कहते हैं कि हमारे शासन में दंगा नहीं होता। अगर प्रशासन और शासन के द्वारा लोगों की मौतें हुई हैं तो मुआवजा देना चाहिए।

पीड़ितों का दुख दर्द बांटने प्रदेश अध्यक्ष के साथ संभल जाना था: रिजवान कुरैशी

कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष रिजवान कुरैशी ने कहा कि हम सभी लोगाें काे प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के साथ संभल के पीड़ितों का दुख दर्द बांटने जाना था, लकिन पुलिस ने हमें जाने नहीं दिया। सरकार पूरी ताकत लगा रही है कि कोई भी संभल न पहुंचे व संभल हिंसा की असलियत जनता के सामने न आए। सरकार अपनी विफलताओं को छिपाने की कोशिश कर रही है। मैं जाने की पूरी कोशिश करूंगा और जाकर ही रहूंगा।

हिन्दुस्थान समाचार / निमित कुमार जायसवाल

   

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