पंचायत में लाखों रुपये की अनियमितताएं, प्रधान सहित 5 वार्ड सदस्य सस्पेंड

नाहन, 6 नवंबर (हि.स.)। जिला सिरमौर की एक पंचायत के विकास कार्यों में लाखों रुपये की वित्तीय अनियमितताएं पाए जाने के बाद संबंधित पंचायत के प्रधान और 5 वार्ड सदस्यों को निलंबित कर दिया गया है। यह मामला जिला के विकास खंड शिलाई की ग्राम पंचायत अश्याड़ी से जुड़ा हुआ है, जहां पंचायत के विकास कार्यों में सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया था।

गांव के कुछ लोगों ने पंचायत के वित्तीय अनियमितताओं की शिकायत डीसी सिरमौर से की थी जिसके बाद खंड विकास अधिकारी शिलाई को मामले की प्रारंभिक जांच सौपी गई। जांच में यह पाया गया कि पंचायत के विभिन्न विकास कार्यों में सरकारी धन का गलत तरीके से उपयोग किया गया।

पंचायत प्रधान और वार्ड सदस्यों पर आरोप है कि उन्होंने मनरेगा मद के तहत कराए गए कई कार्यों में अनियमितताएं कीं। इनमें मोक्षधाम टिंबी, सिंचाई कूहल घराट, सामूहिक रास्ता, लिंक रोड, एंबुलेंस लिंक रोड, भूसंरक्षण कार्य, वायर क्रेट निर्माण, और चैकडैम जैसे विकास कार्य शामिल हैं। जांच रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से सामने आया कि इन कार्यों में सरकारी धन का दुरुपयोग हुआ और पंचायत प्रधान को दोषी पाया गया।

इसके बाद जिला पंचायत अधिकारी अभिषेक मित्तल ने पंचायत प्रधान अनिल कुमार और वार्ड सदस्य सुषमा देवी, प्रदीप सिंह, कमलेश देवी, चंद्रकला और खजान सिंह को निलंबित कर दिया। मित्तल ने बताया कि इन जनप्रतिनिधियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था, लेकिन उनका जवाब संतोषजनक नहीं था।

जिला पंचायत अधिकारी ने यह भी बताया कि इन अनियमितताओं के कारण पंचायत के विकास कार्यों में कुल 63,81,310 रुपये का वित्तीय नुकसान हुआ है। निलंबित जनप्रतिनिधियों को पंचायत की सभी अचल और चल संपत्तियों को पंचायत सचिव को सौंपने के आदेश दिए गए हैं और इन पर रिकवरी भी की जाएगी।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / जितेंद्र ठाकुर

   

सम्बंधित खबर