जाइका परियोजना के अंतर्गत होगा पारम्परिक कूहलों का रखरखाव : देवेन्द्र जग्गी

धर्मशाला, 09 नवंबर (हि.स.)। पूर्व मेयर एवं धर्मशाला से कांग्रेस प्रत्याशी रहे देवेन्द्र जग्गी ने बताया कि धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र की पारंपरिक कुहलों को जाइका परियोजना के अंतर्गत शामिल करवाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं, जिससे इनका दीर्घकालिक रखरखाव और जल प्रवाह सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने कहा कि बरसात के मौसम में क्षेत्र की कई कुहलों को क्षति पहुंची है और कई स्थानों पर जल प्रवाह बाधित हुआ है।

क्षेत्र में सिंचाई व्यवस्था को सुदृढ़ और सुचारू बनाए रखने के उद्देश्य से पारंपरिक कुहलों की मरम्मत और सफाई का कार्य तेजी से किया जा रहा है।

रविवार को जारी एक प्रेस बयान में देवेन्द्र जग्गी ने बताया कि पास्सु, बरवाला और कंड करडियाणा की कुहलों की मरम्मत का कार्य पूर्ण कर इन्हें पुनः चालू कर दिया गया है, जिससे क्षेत्र के किसानों और बागवानों को बड़ी राहत मिली है। उन्होंने कहा कि धर्मशाला क्षेत्र की अन्य कुहलों की मरम्मत भी शीघ्र पूरी की जा रही है, ताकि सिंचाई के लिए पर्याप्त जल उपलब्ध हो सके।

उन्होंने बताया कि नगर निगम धर्मशाला के वार्ड नंबर 8 और 9 की महिला मंडलों के आग्रह पर उन्होंने सकोह क्षेत्र की कुहल का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान स्थानीय निवासियों की मांग पर उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सकोह की कुहल में शीघ्र जल प्रवाह सुनिश्चित किया जाए, ताकि किसानों को खेतों की सिंचाई में कोई कठिनाई न हो।

देवेन्द्र जग्गी ने बताया कि उन्होंने बरवाला कुहल मरम्मत कार्य का भी निरीक्षण किया और ग्रामीणों से बातचीत की।

उन्होंने यह भी बताया कि ग्रामीणों की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए शील्ला भतेहड़ से निकलने वाली जटेहड़ कुहल में अस्थायी तौर पर पानी चालू कर दिया गया है, और सिंचाई विभाग को इस समस्या का स्थायी समाधान करने के निर्देश दिए गए हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / सतेंद्र धलारिया

   

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