एनएसजी के सहयोग से धर्मशाला में कीd गई मॉकड्रिल

धर्मशाला, 06 अक्टूबर (हि.स.)। जिला मुख्यालय धर्मशाला में रविवार को राष्ट्र स्तरीय काउंटर टेररिस्ट (सीटी) और काउंटर हाईजैक (सीएच) मॉकड्रिल राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के सहयोग से किया गया। मॉकड्रिल का उद्देश्य भविष्य में जिला कांगड़ा में होने वाली किसी भी आतंकवादी घटनाओं से प्रभावी ढंग से निपटना व जान-माल की हानि को शून्य करना है। दो दिवसीय अभ्यास के क्लटर आज पहले दिन धर्मशाला और मैक्लोडगंज के विभिन्न स्थानों पर मॉकड्रिल आयोजित की गई।

एसपी कांगड़ा शालिनी अग्रिहोत्री ने बताया कि नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) आतंकी घटनाओं और मेजर बॉम्ब ब्लास्ट की एक्सपर्ट एजेंसी है। इनके सहयोग से रविवार को धर्मशाला और मैक्लोडगंज के महत्वपूर्ण भवनों व एरिया को चिन्हित करके मॉकड्रिल की गई है। मॉकड्रिल के दौरान इसका अभ्यास किया गया कि यदि ब्लास्ट की स्थिति होती है या अन्य कोई बड़ी घटना की स्थिति होती है तो किस तरह से जिला पुलिस किस तरह कार्रवाई करेंगी। एनएसजी को कॉल करने के लिए प्रावधानों का पालन करना। मॉकड्रिल के जरिए जिला पुलिस द्वारा अपनी तैयारियों को रिव्यू किया जा रहा है।

एसपी ने बताया कि एनएसजी से भी फीडबैक ली जाएगी कि जिला पुलिस में क्या अच्छी चीजें निकली और किस चीज में इम्पू्रव करने की जरूरत है। जिस तरह की मॉकड्रिल रविवार को धर्मशाला में की गई है, इसी तरह से एनएसजी की ओर से देश के कोने-कोने में मॉकड्रिल की जाती हैं। हिमाचल प्रदेश जिला कुल्लू में हाल ही में इस तरह ड्रिल की गई है। जो भी एजेंसिज हैं, जिनकी पुलिस द्वारा मदद ली जा सकती है, उन एजेंसी को मॉकड्रिल में शामिल किया गया है।

इनपुटस के आधार पर प्लान नहीं की ड्रिल

एसपी ने बताया कि मॉकड्रिल का आयोजन इंटेलीजेंसी या थ्रेट इनपुटस के आधार पर मॉकड्रिल प्लान नहीं की गई गई है, लेकिन जो महत्वपूर्ण स्थान हैं और सुरक्षा की दृष्टि से जिन स्थानों पर फोकस करना जरूरी हो, उन्हीं स्थानों को मॉकड्रिल के लिए चिन्हित किया गया है। एसपी ने कहा कि मॉकड्रिल के लिए सभी स्थितियां बैक टू बैक तैयार की गई हैं, जिससे कि जिला पुलिस इस तरह की स्थितियां बनती हैं तो कितनी घटनाओं को जिला पुलिस डील कर सकती है।

हिन्दुस्थान समाचार / सतिंदर धलारिया

   

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