तकनीकी शिक्षा मंत्री ने आईटीआई शाहपुर के दीक्षांत समारोह में नवाज़े होनहार

तकनीकी शिक्षा मंत्री का स्वागत करते हुए।

धर्मशाला, 08 नवंबर (हि.स.)।

आज का युग तकनीक और कौशल का युग होने के कारण इस क्षेत्र में स्वरोजगार की अपार संभावनाएं हैं। तकनीक और कौशल पर ही प्रदेश और देश की प्रगति निर्भर है, इसलिए इससे जुड़े लोग स्वयं को अपनी फील्ड में दक्ष करने में कोई कोर कसर ना छोड़ें। औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान शाहपुर के तीसरे कौशल दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने यह उद्गार प्रकट किए। कार्यक्रम में उप मुख्य सचेतक व विधायक शाहपुर केवल सिंह पठनिया ने बतौर विशिष्ट अतिथि शिरकत की।

आईटीआई शाहपुर में आज शुक्रवार को आयोजित इस समारोह में तकनीकी शिक्षा मंत्री ने वर्ष 2022-24 और वर्ष 2023-24 के मेधावी प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र और पुरस्कार देकर सम्मानित किया।

तकनीकी शिक्षा मंत्री ने उपस्थित विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज समाज में हुनरमंद लोगों की कमी है। तकनीकी शिक्षा और कौशल कार्यों से जुड़े युवाओं के लिए आज सबसे स्वर्णिम अवसर है। आज ढूँढने से भी कहीं अच्छा कार्य करने वाले प्लम्बर, इलेक्ट्रीशियन, मिस्त्री, कपड़े सिलने वाले और अन्य कौशल से जुड़े लोग नहीं मिलते। उन्होंने कहा कि हमारे प्रदेश में हर साल हज़ारों की संख्या में युवा आईटीआई से प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं लेकिन उसके बाद उस क्षेत्र में काम नहीं करते।

धर्माणी ने कहा कि आईटीआई से प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले युवा हर प्रकार के संकोच को छोड़ कर अपनी फील्ड में काम कर अपनी प्रतिभा का परिचय दें। उन्होंने कहा कि देश और समाज में आज अधिकतम व्यवस्थाओं का संचालन टेक्नोक्रेक्ट्स और कौशल से जुड़े लोग कर रहे हैं। इसलिए तकनीक और कौशल से जुड़े लोग अपने भीतर आत्मसम्मान और आत्म गौरव का भाव जागृत कर अपना काम निरंतर करते रहें। समाज में आपकी भूमिका बहुत अहम है इसलिए अपने काम को किसी से कम आंकने की भूल ना करें।

समय के अनुरूप बनायेंगे तकनीकी शिक्षा

धर्माणी ने कहा कि सरकार प्रदेश में तकनीकी शिक्षा को विस्तार देने और इसे समय के अनुरूप बनाने के लिए गंभीर प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सभी आईटीआई में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों के लिए उनके ट्रेड के साथ एक ऐड-ऑन कोर्स को जोड़ने की दिशा में सरकार विचार कर रही है। जिससे हमारे युवाओं के कौशल विकास में मदद मिलेगी और हमें प्रशिक्षित मैनपावर मिलेगी। उन्होंने कहा कि आज के समय में एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) हर क्षेत्र में अपने पैर पसार रही है, हमें अपनी क्षमताओं को भी उसके अनुरूप विकसित करने की आवश्यकता है।

इन्हें किया पुरस्कृत

वार्षिक दीक्षांत समारोह में तकनीकी शिक्षा मंत्री ने 29 ट्रेड के 85 बच्चों को प्रमाण पत्र तथा स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने वर्ष 2023-24 तथा 2022-24 में पूरे वर्ष भर में 95 प्रतिशत या अधिक की उपस्थिति एवं प्रत्येक विषय में 70 प्रतिशत अथवा इससे अधिक अंक लेने वाले विभिन्न ट्रेड के प्रशिक्षणार्थी इंदिरा देवी, कविता पठानिया, लखविंदर सिंह, प्रिया देवी, हर्ष चौधरी, नितिका कौंडल, महक, स्नेहा, अमन शर्मा तथा दिशांत जम्वाल को 5100 - 5100 रुपये तथा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। बेस्ट अटेंडेंस में एक वर्षीय प्रशिक्षण में प्रकृति शत प्रतिशत उपस्थित के साथ प्रथम तथा ईशा कौंडल 98 प्रतिशत के साथ द्वितीय स्थान पर रहीं। जबकि दो वर्षीय प्रशिक्षण में केशव चौधरी 99.17 प्रतिशत के साथ पहले तथा 95.69 प्रतिशत के साथ द्वितीय स्थान पर रहने वाली आशा देवी को तकनीकी शिक्षा मंत्री ने सम्मानित किया।

हिन्दुस्थान समाचार / सतिंदर धलारिया

   

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