फरीदाबाद, 3 नवंबर (हि.स.)। फरीदाबाद के राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 19 स्थित अजरौंदा मेट्रो स्टेशन के पास सडक़ पार कर रही एक महिला को रविवार एक तेज रफ्तार एसयूवी कार ने टक्कर मार दी, जिससे महिला की दर्दनाक मौत हो गई।
कार किसी पुलिस कर्मी की थी। जिस पर आगे और पीछे शीशे पर पुलिस का स्टीकर लगा हुआ था। फिलहाल महिला के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए फरीदाबाद के बादशाह खान सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया है।
मृतका के पति सुनील ने बताया कि उसकी पत्नी द्रोपदी उम्र 32 वर्ष थी, जो की कोठी में काम कर घर वापस लौट रही थी कि अचानक से एक तेज रफ्तार कार ने उसे टक्कर मार दी।
टक्कर लगने के बाद वह सडक़ पर जा गिरी। जिसकी जानकारी उन्हें आसपास के लोगों ने दी कि एक महिला को किसी या किसी कार ने टक्कर मार दी है। महिला को टक्कर लगने की सूचना मिलने के बाद वह दौड़े और उन्होंने देखा तो वह उन्हीं की पत्नी थी।
सुनील के मुताबिक लगभग पौने घंटे तक उनकी पत्नी को टक्कर मारने वाले पुलिसकर्मी एम्बुलेंस के आने का इंतजार करते रहे। जब एम्बुलेंस आई तब है उसकी पत्नी को बादशाह खान सिर्फ अस्पताल पहुंचे। लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी और उनकी पत्नी की मौत हो चुकी थी। सुनील ने बताया कि वह बिहार के दरभंगा गांव कमतौल के रहने वाले हैं जो की 5 महीने पहले ही फरीदाबाद में अपनी पत्नी और 9 साल के बेटी के साथ रोजी-रोटी कमाने के लिए आए थे।
सुनील के मुताबिक उनकी पत्नी बिहार में बीमार हुई थी जिसके चलते इलाज की वजह से उनके ऊपर कर्जा हो गया था। उसी कर्ज को चुकाने के लिए उनकी बहन ममता ने उन्हें फरीदाबाद में बुलवाया था और दोनों को नौकरी पर लगवाया था उन्हें मालूम होता कि उनकी पत्नी के साथ ऐसा हादसा हो जाएगा तो वह बिहार से कभी नहीं आते वह नमक रोटी खाकर वही गुजारा कर लेते।
फिलहाल इस मामले में अब सुनील चाहता हैं कि उनकी पत्नी को टक्कर मारकर मौत के घाट उतारने वाले कार सवार सभी पुलिस कर्मियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जानी चाहिए।
हिन्दुस्थान समाचार / -मनोज तोमर