वैभवशाली परंपरा को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए संताें का सत्यापन कराए सरकार, अमर्यादित संतों काे किया जाए बहिष्कृत : आनंद स्वरुप 

- साध्वी से दुष्कर्म मामले काे संत समाज के लिए बताया कलंक

हरिद्वार, 05 नवंबर (हि.स.)। कनखल थाना क्षेत्र में बीते रोज एक साध्वी से दुष्कर्म करने के आरोपित बाबा की गिरफ्तारी के बाद शाम्भवी पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरुप महाराज ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए इसे संत समाज के लिए कलंक बताया है। उन्होंने सभी संतों के सत्यापन की मांग की है।

स्वामी आनंद स्वरुप महाराज ने कहा कि समाज में ऐसे कृत्याें को रोकने और संत समाज की गरिमा बनाए रखने के लिए सरकार को सभी संतों का सत्यापन करना चाहिए। जिस प्रकार से हरिद्वार पुलिस ने लोगों के घर-घर जाकर सत्यापन अभियान चलाया हुआ है, ठीक उसी प्रकार प्रत्येक आश्रम-अखाड़े में जाकर संतों का सत्यापन करना चाहिए। उन्हाेंने कहा कि जो भगवा धारण कर प्रापर्टी डीलिंग, रियल स्टेट या अन्य किसी कारोबार में संलिप्त हैं तथा जिन पर पूर्व में मुकदमें दर्ज हैं और जो आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त हैं उनको तत्काल संत समाज से बाहर किया जाना चाहिए।

स्वामी आनंद स्वरुप महाराज ने कहा कि आज अखाड़ा परिषद का कोई अस्तित्व नहीं रह गया है। शंकराचार्यों का धर्म पर कोई नियंत्रण नहीं है। वे आज अपनी ही सत्ता बचाने में लगे हुए हैं। ऐसे में सरकार को सभी संतों का सत्यापन कराना चाहिए और जो संतों की मर्यादा के विरूद्ध आचरण करता पाया जाता है उसे कठोर दंड दिया जाना चाहिए, जिससे संतों की वैभवशाली परंपरा को अक्षुण्ण रखा जा सके।

हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

   

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