अररिया 06 नवम्बर(हि.स.)।
जिले के नरपतगंज प्रखंड क्षेत्र के खैरा पंचायत स्थित चंदा स्थित केनाल छठ घाट आपसी सौहार्द्र के साथ-साथ आस्था का प्रतीक माना जाता है।
हिन्दू मुस्लिम दोनों समुदाय के लोग छठ से एवं आपसी सौहार्द्र के साथ मनाते हैं। यहां पर भगवान भास्कर की भव्य प्रतिमा स्थापित की जाती है।छठव्रतियों के परिवार के साथ गांव के मुस्लिम परिवार के लोग सहभागी बनकर घाट निर्माण के साथ अन्य व्यवस्था में लगते रहे हैं।
इस बार भी उमर फारूक के नेतृत्व में मुस्लिम समुदाय के लोग छठ में सांप्रदायिक सौहार्द्र का मिठास घोलने में जुटे हैं।बुधवार को चंदा मुख्य केनाल नहर पर छठ पूजा को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं छठव्रतियों ने घाट पर तैयारी को अंतिम रूप प्रदान किया।
स्थानीय समाजसेवी उमर फारूक ने बताया कि करीब दस वर्षों से ज्यादा समय से यहां पर छठ पर्व को लेकर दोनों समुदाय के वालंटियर के साथ घाट की साफ सफाई एवं छठ पूजा की तैयारी की जाती है।
छठ पर्व के दिन यहां निशुल्क चाय स्टाल, शुद्ध पेयजल, लाइटिंग, टेंट आदि की व्यवस्था एवं छठव्रतियों के लिए विशेष व्यवस्था की जाती है। स्थानीय लोगों का भी मानना है कि यह छठ घाट आस्था का प्रतीक बन गया है। यहां पर जहां मुस्लिम समुदाय के बड़ी संख्या में युवा छठ पर्व को लेकर घाट पर मौजूद रहते हैं और मिलजुल कर छठ मानते है।
छठ के दस दिन पहले से ही लोग घाट की साफ सफाई एवं अन्य तैयारी में जुट जाते है। स्थानीय पंचायत समिति मो. कासिम ने बताया कि आपसी सौहार्द के साथ छठ पर्व मनाया जाता है। लेकिन मुख्य नहर मेन केनाल साइफन के समीप छठ घाट होने से काफी भय की आशंका बनी रहती है। उन्होंने प्रशासन से छठ घाट पर सुरक्षा के लिए गोताखोर की तैनाती की मांग की है।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल कुमार ठाकुर