प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों, अस्पतालों में दूर हाेगी डॉक्टराें व कर्मचारियाें की कमी: आरती राव

-स्वास्थ्य मंत्री ने ली अधिकारियाें की बैठक

चंडीगढ़, 09 नवंबर (हि.स.)। हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री कुमारी आरती सिंह राव ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेशवासियों को निरंतर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में चिकित्सा शिक्षा इंफ्रास्ट्रक्चर पर जोर दे रही है। हमारा उद्देश्य सभी मेडिकल कॉलेजों में सुपरस्पेशलिटी सेवाओं का विस्तार करना और प्रत्येक सरकारी मेडिकल कॉलेज में क्रिटिकल केयर ब्लॉक की स्थापना की दिशा में कार्य करना है। साथ ही, मेडिकल कॉलेजों में विशेष ट्रॉमा केयर डिलीवरी सेंटर का विकास करना है, ताकि रेफरल में कमी आए।

स्वास्थ्य मंत्री शनिवार काे चंडीगढ़ में चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर रही थीं। आरती सिंह राव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि रोगी देखभाल के लिए मानकीकृत संचालन प्रक्रियाएं तैयार की जाएं, ताकि मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हो सकें। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेजों, अस्पतालों में विशेषज्ञ डॉक्टरों, अन्य कर्मचारियों और अस्पताल से संबंधित सेवाओं के रखरखाव के लिए मैनपावर की कमी को धीरे-धीरे पूरा किया जाएगा। इस दिशा में सार्थक कदम उठाए जा रहे हैं इसलिए हमारी सरकार ने हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज खोलने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करें कि आयुष्मान भारत योजना के तहत पात्र लाभार्थियों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया हों।

बैठक में बताया गया कि 144 एकड़ क्षेत्र में पंडित दीन दयाल उपाध्याय स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय, कुटैल करनाल का सिविल कार्य पूरा हो चुका है। मेडिकल उपकरणों सहित अन्य कार्य अंतिम चरणों में है, जल्द ही यह जनता को समर्पित होगा। इस विश्वविद्यालय में 750 बिस्तरों के साथ सुपर स्पेशलिटी अस्पताल होगा, जहां तृतीयक स्तर की स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं मिलेंगी। इसके अलावा, पंडित नेकी राम शर्मा राजकीय मेडिकल कॉलेज, भिवानी तथा महर्षि च्यवन राजकीय मेडिकल कॉलेज, कोरियावास, नारनौल का कार्य भी 90 प्रतिशत पूरा हो चुका है। इन कॉलेजों में 150-150 एमबीबीएस सीटें हैं।

बैठक में जानकारी दी गई कि जींद के हैबतपुर में निर्माणाधीन संत शिरोमणि श्री धन्ना भगत जी राजकीय मेडिकल कॉलेज, कैथल के सम्पनखेड़ी में भगवान परशुराम राजकीय मेडिकल कॉलेज, श्री गुरु तेग बहादुर राजकीय मेडिकल कॉलेज, पंजुपूर, यमुनानगर का कार्य भी जारी है। इनके अलावा, कई अन्य कॉलेज पाइपलाइन में हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने निर्देश दिए कि सभी मेडिकल कॉलेजों का कार्य तेज़ गति से किया जाए, ताकि आम जनता को इन परियोजनाओं का लाभ जल्द मिल सके। बैठक में बताया गया कि लगभग 264 करोड़ रुपये की लागत से 6 जिलों में नर्सिंग कॉलेज बनाए जा रहे हैं। इनमें जिला पंचकूला में नर्सिंग कॉलेज खेरावाली, पिंजौर, जिला कुरुक्षेत्र में नर्सिंग कॉलेज खेड़ी राम नगर, जिला कैथल में नर्सिंग कॉलेज धेरडू, जिला फरीदाबाद में नर्सिंग कॉलेज दयालपुर, नर्सिंग कॉलेज अरुआ तथा नर्सिंग कॉलेज, रेवाड़ी शामिल है। इन कॉलेजों का कार्य 90 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है और मार्च 2025 तक पूरा होने की संभावना है।

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हिन्दुस्थान समाचार / संजीव शर्मा

   

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