रामगढ़, 2 दिसंबर (हि.स.)। शहर का बिजुलिया तालाब शहर का हृदय स्थल माना जाता है। आज भी किसी को मॉर्निंग वॉक करना हो या अपना सेहत बनाना हो, तो वह सबसे पहले बिजुलिया तालाब की तरफ ही रुख करता है। इस स्थान के सौंदर्यीकरण और तालाब में आने वाले लोगों की सुविधा के लिए जिला प्रशासन ने करोड़ों रुपए खर्च कर दिए हैं। कहीं बेहतर तट और पगडंडी बनाए गए हैं, तो कहीं ओपन जिम की व्यवस्था की गई है। यहां तक की बिजुलिया तालाब में शौचालय और कैंटीन की भी व्यवस्था की गई थी।
वर्तमान में यहां स्नान करने वाले लोगों के लिए एक स्नान घर भी बनाया जा रहा है लेकिन वह भी भ्रष्टाचार की बलि चढ़ता दिखाई दे रहा है। ठेकेदार के द्वारा घटिया ईटों से स्नान घर बनाया जा रहा है। वहां रखी गई ईंटे खुद-ब-खुद अपने हालात बयां कर रही हैं। ऐसा लग रहा है जैसे भट्टे के बाहर कचरे के भाव में बिकने वाले ईंट को खरीद कर यहां लाकर रख दिया गया है। स्थानीय लोगों ने इस मुद्दे को काफी गंभीरता से लिया है। जिला प्रशासन के अधिकारियों का ध्यान इस आकृष्ट करने का प्रयास शुरू कर दिया है। शहर वासियों ने घटिया ईंटों से बन रहे स्नान घर को लेकर ठेकेदार पर कार्रवाई करने की मांग की है।
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हिन्दुस्थान समाचार / अमितेश प्रकाश